UN में भारत ने शहबाज़ शरिफ के दावों को खारिज कहा, कहा 'बेवकूफ़ी भरा नाटक'

28 सितंबर 2025
UN में भारत ने शहबाज़ शरिफ के दावों को खारिज कहा, कहा 'बेवकूफ़ी भरा नाटक'

UN में भारत का उत्तर

संयुक्त राष्ट्र के 80वें जनरल असेंबली में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरिफ ने भारत पर "बिना वजह के आक्रमण" का आरोप लगाया। शरिफ ने कहा कि ऑपरेशन सिंधूर में सात भारतीय जेट को नुकसान पहुँचा और भारतीय बलों को पराजित किया गया। इस पर भारत की स्थायी मिशन की प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने UN सभा में अधिकार‑प्रतिक्रिया के तहत हाली बयान दिया। गहलोत ने कहा कि शहबाज़ की बातें "बेतुकी कथा" हैं और असली तथ्य स्पष्ट हैं।

गहलोत ने बताया कि 9 मई तक पाकिस्तान ने भारत पर लगातार दाँव लगाए थे, लेकिन 10 मई को भारतीय वायु बल ने कई पाक विमानस्थलों को नष्ट कर दिया। इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी सेना ने सीधे भारत से युद्ध बंद करने की विनती की। फोटो, वीडियो और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के सबूतों में दिखाया गया कि पाकिस्तान के रनवे जलते हुए और हैंगर ध्वस्त हुए थे, जो शहबाज़ शरिफ की "जित" की दावेदारी को पूरी तरह खारिज करता है।

ऑपरेशन सिंधूर की सच्ची कहानी

ऑपरेशन सिंधूर की सच्ची कहानी

ऑपरेशन सिंधूर, जो मई 2025 में शुरू हुआ, उसका मकसद पाकिस्तान के घातक आतंक नेटवर्क को निशाना बनाकर उनके मिलिटरी इन्फ्रास्ट्रक्चर को नष्ट करना था। भारत ने पूर्वी जिले के नजदीकी बेस से बज़िया‑डरवेज़ी मोड में कई हवाई हमले किए, जिससे फिजिकल डैमेज की मात्रा पहले ही रिपोर्ट में दर्ज हो गई थी। इस दौरान भारत ने न्यूनतम हानि उठाई, जबकि पाकिस्तानी पक्ष को बड़े पैमाने पर बायोटिक तथा कंवेंशन टूटने की समस्या का सामना करना पड़ा।

गहलोत ने निम्न बिंदुओं पर ज़ोर दिया:

  • पाकिस्तान ने 10 मई के बाद भारत को संघर्ष बंद करने की मांग की।
  • व्यापक दृश्य प्रमाण उपलब्ध हैं जो पाक हवाई अड्डों की तबाही दिखाते हैं।
  • शहबाज़ शरिफ के बयान में "सात भारतीय जेटों का नुकसान" का कोई विश्वसनीय दस्तावेज नहीं मिला।
  • भारत ने हमेशा अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों के ढाँचे में कार्य किया, जबकि पाकिस्तान पर लगातार आतंकवादी संगठनों को शरण दी जाती है।

भारत ने यह भी कहा कि वह उन देशों से सीख नहीं लेगा जो आतंक को समर्थन देते हैं। इस बात को दोहराते हुए, गहलोत ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान के बयानों को "बेवकूफ़ी भरा नाटक" कहा और ज़ोर दिया कि शहबाज़ शरिफ का बयान सिर्फ ताबूत‑ताबूत की गुँथी है, जिसके पीछे वास्तविक मंशा अपने ही घोटालों को छुपाना है।

यह कूटनीतिक टकराव सिर्फ दो देशों के बीच नहीं, बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भारत‑पाकिस्तान तनाव की बहस को भड़का रहा है। अब देखना यह है कि अगले महीनों में संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुपक्षीय मंच इस मुद्दे को कैसे संभालते हैं।

11 टिप्पणि

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    Shailendra Thakur

    सितंबर 29, 2025 AT 08:54
    ये सब बकवास का नाटक अब तक चल रहा है। पाकिस्तान की तरफ से कोई सबूत नहीं, बस धोखेबाज़ी के लिए बयान देना। भारत ने जो किया, वो बिल्कुल सही था।
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    Sumeet M.

    सितंबर 30, 2025 AT 16:08
    हाँ भाई! शहबाज़ शरिफ के बयान में एक भी सच्चाई नहीं! सात जेट गिरे? बस एक फोटो दिखाकर झूठ बोल रहा है! भारतीय एयर फोर्स ने जो किया, वो इतिहास बन गया! इस नाटक को अंत तक देखना होगा!
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    vinoba prinson

    अक्तूबर 1, 2025 AT 20:53
    इस तरह के बयानों को देखकर लगता है कि पाकिस्तानी एलिट अभी भी 1971 के बाद के इतिहास को नहीं समझ पाए हैं। वे अपने घुटनों के बल खड़े होने की बजाय, अभी भी अपने आप को विजेता समझते हैं। यह अहंकार उनकी तबाही का कारण बन रहा है। भारत ने जो जवाब दिया, वह एक विश्वसनीय शक्ति की अदालत के बराबर था।
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    Anand Itagi

    अक्तूबर 2, 2025 AT 22:31
    देखो यार अगर इतने सारे जेट गिरे होते तो पाकिस्तान की टीवी पर तो दिखते ही थे ना वो बचे हुए ड्रोन और टूटे हुए जेट के टुकड़े जो अभी तक नहीं दिखे तो ये सब बकवास है
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    ASHOK BANJARA

    अक्तूबर 4, 2025 AT 14:09
    इतिहास बार-बार दोहराता है। जब कोई शक्ति झूठ के ढंग से अपनी कमजोरी को छुपाने की कोशिश करती है, तो वह अपने आप को और अधिक कमजोर बना लेती है। भारत ने सच को बोल दिया। अब दुनिया देख रही है। यह सिर्फ एक बयान नहीं, यह एक नए युग की शुरुआत है।
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    Ashmeet Kaur

    अक्तूबर 4, 2025 AT 20:01
    हमारे विदेश मंत्रालय के बयान में एक शांति की आवाज़ भी थी। वो न केवल जवाब दे रहे थे, बल्कि दुनिया को याद दिला रहे थे कि आतंकवाद को शरण देना कोई नीति नहीं, अपराध है। ये बात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत महत्वपूर्ण है।
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    Sahil Kapila

    अक्तूबर 6, 2025 AT 04:13
    क्या तुमने देखा पाकिस्तान के बाद अमेरिका ने क्या कहा था कि वो भी जानते हैं कि ये सब झूठ है और भारत का जवाब बिल्कुल सही था बस अब तक तो चुप रहे थे लेकिन अब उन्होंने भी अपना वजूद दिखा दिया
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    Rajveer Singh

    अक्तूबर 6, 2025 AT 08:43
    पाकिस्तान ने जब आतंकवाद को राष्ट्रीय नीति बनाया तो ये नाटक तय था। अब जब भारत ने उनके घुटने टेक दिए तो वो बस अपने आप को बचाने के लिए बयान दे रहे हैं। ये नाटक अब खत्म हो गया। अगला चरण उनके घरों में जाकर उनके आतंकवादी लीडर्स को पकड़ना है।
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    Muneendra Sharma

    अक्तूबर 6, 2025 AT 14:25
    मुझे लगता है कि ये सब एक बड़ा सबक है। दुनिया को दिखाया गया कि अगर कोई देश झूठ बोलता है तो उसका जवाब देने के लिए बस एक बार दिखाना पड़ता है। भारत ने ये किया। अब बाकी देश भी इस बात को समझें कि अंतरराष्ट्रीय न्याय के लिए बयान नहीं, सबूत चाहिए।
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    Kisna Patil

    अक्तूबर 8, 2025 AT 01:28
    जब तक दुनिया इस बात को समझेगी कि पाकिस्तान का आतंकवाद राष्ट्रीय नीति है, तब तक ये नाटक चलता रहेगा। भारत ने एक बार फिर से सच को जीत दिखाया। अब बस यही उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इसे देखेगा और अपनी नीति बदलेगा।
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    Shaik Rafi

    अक्तूबर 8, 2025 AT 04:05
    हमें याद रखना चाहिए कि शहबाज़ शरिफ का बयान किसी भी वास्तविकता से नहीं, बल्कि एक अंतर्द्वंद्व से जुड़ा हुआ है। उनके अंदर एक डर है कि भारत अब उनके आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ अपनी शक्ति का इस्तेमाल कर सकता है। इसलिए वे बयान देकर अपनी असली कमजोरी को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। यह एक निर्मम सत्य है।

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