विजयादशमी 2025: तारीख, रिवाज़ और आसान टिप्स

विजयादशमी हर साल अक्टूबर‑नवंबर के बीच आता है और जहाँ देश‑विदेश में जश्न मनाया जाता है, वहीं इस त्यौहार के खास नियम और रिवाज़ भी होते हैं। अगर आप इस साल के दशहरे को सही ढंग से मनाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए पॉइंट्स नोट कर लें।

विजयादशमी की तिथि और समय

2025 में विजयादशमी 4 नवंबर को मनाया जाएगा। यह दिन अमावस्या के बाद का दशमी (दसवाँ) दिन होता है, इसलिए इसे दशहरा भी कहा जाता है। इस दिन शाम के समय को सबसे शुभ माना जाता है, खासकर सूर्यास्त के बाद का समय। सुबह के शुरुआती घंटे भी पढ़ाई‑लेखन या नई शुरुआत के लिये उपयुक्त होते हैं।

शनि, मंगल और गुरु ग्रह इस दिन अच्छे प्रभाव डालते हैं, इसलिए इन ग्रहों से जुड़ी राशियों को अतिरिक्त लाभ मिल सकता है। यदि आप अपने शेड्यूल को इस हिसाब से बना सकते हैं, तो पूजा‑पाठ या कोई वाणिज्यिक कार्य आसानी से चल सकता है।

विजयादशमी के लोकप्रिय रिवाज़ और टिप्स

सबसे पहले, घर की सफाई करना जरूरी है। साफ‑सुथरा घर सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है। इसके बाद, बहु‑मूर्ति (रावण, लक्ष्मण, हनुमान) की पौडियां या प्रतिमाएं रख सकते हैं और उनके सामने फलों, मिठाई और धनिया के साथ अर्घ्य दें।

अगर आप घर में नहीं रख पाते, तो बाहर के मंदिर में जाकर रावण दहन देख सकते हैं। यह नज़रिया शक्ति को दूर करने और बुराई को खत्म करने का प्रतीक है। कई लोग इस दिन काजू‑फल, नारियल या चने की दाल का प्रसाद तैयार करके सभी को बांटते हैं। यह न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि सामाजिक बंधन को भी मजबूत करता है।

शुभ राशियों में मेष, सिंह और तुला मुख्य होते हैं क्योंकि इनको सूर्य के समान उज्ज्वल माना जाता है। यदि आप इन राशियों में जन्मे हैं, तो इस दिन नवीनीकरण या नई योजना शुरू करना लाभदायक हो सकता है। वहीं कर्क, मीन और तुला के लोग इस दिन सामाजिक कार्य या दान‑धर्म में भाग ले सकते हैं।

कुछ घर में विजयादशमी की रात को काण्डा (बाकlava) या गजक की मिठाई बनाते हैं। मिठाई बनाने में हल्का गुलाब जल या इलायची डालें, इससे स्वाद बढ़ता है और पाचन भी ठीक रहता है। अगर आप मिठाई नहीं बनाते, तो बाजार से तैयार मिठाई लेकर भी सभी को दे सकते हैं।

पाठ्य‑पुस्तकों में पढ़ाए गए रावण वध की कथा को सुनना या पढ़ना एक और अच्छा विकल्प है। इससे बच्चों में नैतिक मूल्यों की समझ बढ़ती है और वे इस त्यौहार की महत्ता को समझते हैं।

आखिरकार, विजयादशमी को सही ढंग से मनाने का एक आसान तरीका है — सकारात्मक सोच रखें, सभी को प्रेम‑पूर्वक बधाई दें और अपने घर को प्रकाशित रखें। इस साल जब आप इन आसान टिप्स को फॉलो करेंगे, तो निस्संदेह आपको शांति और खुशहाली मिलेगी।

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