रेड अलर्ट: मौसम और बाढ़ की ताज़ा चेतावनी

रेड अलर्ट तब जारी किया जाता है जब मौसम या जल स्तर बहुत ख़तरनाक हो जाता है। यह संकेत आपको बताता है कि तुरंत कदम उठाने की ज़रूरत है। टेडीबॉय समाचार में हम रोज़ अपडेट देते हैं, ताकि आप सुरक्षित रह सकें।

मौसम रेड अलर्ट क्या है?

जब भारतीय मौसम विभाग (IMD) को लगता है कि तेज़ बारिश, तेज़ हवाएँ या बर्फ़बारी जीवन के लिए बड़ी जोखिम पैदा कर रही है, तो वो रेड अलर्ट जारी करता है। उदाहरण के तौर पर, दिल्ली-एनसीआर में 2‑5 सितम्बर तक लगातार बारिश और ठंडा तापमान का अलर्ट था। इसी दौरान राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी मिली थी, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका थी।

रेड अलर्ट का मतलब है कि आम तौर पर आप यात्रा, बाहर काम या कोई भी जोखिम भरा काम टालें। अगर आपको ड्राइव करना है, तो मौसम विभाग की खबरों पर नज़र रखें और वैकल्पिक मार्ग चुनें।

अभी क्या करना चाहिए?

अगर आपका क्षेत्र रेड अलर्ट में है, तो पहले अपने आस‑पास की जल निकासी प्रणाली की जाँच करें। बिहार में 8 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी था और 10 नदियों का पानी बहता था। ऐसे में घर के दरवाज़े‑खिड़कियों को मजबूत कर दें, फॉल्ट लाइनर या रेत की बैरियर बनाएँ।

सड़क पर निकलने से पहले, स्थानीय प्राधिकरण की सलाह सुनें। अगर ट्रैफ़िक में रुकावट या जलभराव है, तो रूट बदलें या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। जल आपूर्ति में भी कटौती हो सकती है, इसलिए पानी का स्टॉक रखें।

मोबाइल पर मौसम एप या सरकारी वेबसाइट पर लगातार अपडेट देखें। अगर बहुत तेज़ बारिश या बाढ़ की संभावना है, तो घर से बाहर न निकलें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान दें, उन्हें अंदर रखें और आवश्यकता पड़ने पर लेजिए।

इसी तरह, अगर आपके पास पावर सप्लाई कट हो जाता है, तो फलों में बैकअप बैटरियों या जनरेटर का उपयोग करें। लेकिन उन्हें खुली हवा में न चलाएँ, क्योंकि उससे कार्बन मोनॉक्साइड का खतरा बढ़ता है।

रेड अलर्ट के दौरान आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए छोटी-छोटी बातें बड़े असर देती हैं। सही सूचना, तैयारी और सतर्कता से आप किसी भी आपदा को आसानी से सहन कर सकते हैं। टेडीबॉय समाचार हमेशा आपके साथ है, ताज़ा अपडेट और आसान सुझावों के साथ।

पुणे में रेड अलर्ट: कमर-से-गहरे जलभराव के बीच अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी

25 जुलाई 2024

पुणे में अत्यधिक भारी बारिश के कारण रेड अलर्ट जारी किया गया है। कमर-से-गहरे जलभराव के चलते निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। खड़कवासला डैम पूर्ण क्षमता पर पहुंच गया है और मुंथा नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अगले सप्ताह के लिए मौसम का पूर्वानुमान सामान्य रूप से बादल छाए रहने और बार-बार बारिश का दिया गया है।

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