Navratri 2025 – रंग, रीत और उत्सव की पूरी जानकारी

जब बात Navratri 2025, हिंदुओं का नौ दिवसीय नवरात्रि पर्व, जिसमें दुर्गा माँ के नौ रूपों की पूजा होती है. इसे अक्सर नवरात्रि 2025 कहा जाता है, तो यह समय है आध्यात्मिक ऊर्जा और रंगों का मिलन। इस वर्ष का नवरात्रि Navratri 2025 रंग गाइड विशेष रूप से लोकप्रिय हो रहा है क्योंकि प्रत्येक दिन का निर्धारित रंग जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का माना जाता है।

ये रंग सिर्फ पहनावे तक सीमित नहीं हैं; वे रंग गाइड, प्रत्येक दिव्य दिन के लिए निर्धारित रंग और उनका आध्यात्मिक अर्थ को दर्शाते हैं, जिससे पूजा की ऊर्जा और मन की शांति बढ़ती है। उदाहरण के लिए, पहला दिन सफेद रंग शुद्धता को दर्शाता है, जबकि सातवाँ दिन लाल प्रेम और शक्ति को उजागर करता है। इस तरह रंग गाइड सीधे दुर्गा पूजा, नवदुर्गा की विभिन्न रूपों के लिए विशेष अनुष्ठान और मंत्र को प्रभावित करता है, क्योंकि प्रत्येक माँ के रूप के साथ उसका विशेष रंग जुड़ा होता है।

विजयादशमी और परम्परागत पोशाक

नवरात्रि के नौवें दिन का शिखर विजयादशमी, अंतिम दिन जहाँ दुर्गा की जीत और शक्ति का जश्न मनाया जाता है है, जहाँ परिवार एक साथ मिलकर दसरह का भजन गाते हैं और अष्टमी से शुरू हुए उपवास का समापन करते हैं। इस दिन अक्सर लोग परम्परागत पोशाक पहनते हैं—पटोला‑बैंडहामी प्रिंट, हल्दी रंग के साड़ी या धारीदार कुर्ता—जो सांस्कृतिक पहचान को उजागर करता है। अकाश अंबानी व श्लोका मेहता जैसे मशहूर परिजनों ने इस वर्ष रिवर गंगा किनारे पार्मथ निकेतन में इस पोशाक का जलवा दिखाया, जिससे फैशन और धर्म का संगम स्पष्ट हुआ।

इन सभी तत्वों—Navratri 2025 के नौ रातों, रंग गाइड, दुर्गा पूजा, विजयादशमी और परम्परागत पोशाक—का आपस में घनिष्ठ संबंध है। नवरात्रि छह प्रमुख रामायणिक घटनाओं को याद दिलाता है और प्रत्येक रंग भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को संवारता है। इस प्रकार, रिवर गंगा, नदी किनारे आयोजित धार्मिक उत्सव के लिए पवित्र स्थल भी नवरात्रि के जल आरती और सामुदायिक भावना को बढ़ाता है। यह आपसी जुड़ाव न केवल धार्मिक अनुभव को गहरा बनाता है बल्कि सामाजिक एकता को भी मजबूत करता है।

अब आप इस पेज पर नीचे दी गई लेख सूची में नवरात्रि 2025 से जुड़े विविध पहलुओं को देख सकते हैं—रंगों के महत्व, पारम्परिक पोशाक की चुनौतियां, धार्मिक आयोजन और इस साल के खास न्यूज़। इन जानकारियों के साथ आपका नवरात्रि अनुभव और भी समृद्ध और रोमांचक बनेगा।

Navratri 2025: दूसरी‑तीसरी दिन की पूजन विधि और महत्व

27 सितंबर 2025

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