बिहार में इस बरसात के मौसम में कई नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ा है। कोसी, घाघरा, गंगा और सोन की धारा ब्रेकिंग पॉइंट के करीब पहुँच गई है, जिससे कई गांव बाढ़ के खतरे में हैं। सरकारी अधिकारी और स्थानीय पत्रकार लगातार क्षेत्र में पहुंच कर रिपोर्ट दे रहे हैं, इसलिए इस पेज पर आपको सबसे नया अपडेट मिलेगा।
मुख्य रूप से दरभंगा, सहरसा, भागलपुर, मधुबनी और कासगंज में पानी का स्तर तेज़ी से बढ़ रहा है। इन जिलों में सड़कों का कटाव, घरों में पानी जमा हो जाना और फसलें बर्बाद हो रही हैं। अगर आप इन क्षेत्रों में रहते हैं या आने‑जाने की योजना बना रहे हैं, तो सड़कों की स्थिति और स्थानीय पुलिस की सूचना पर नजर रखें।
सरकारी राहत टीमों ने पहले ही कई ठेले, बोरी और सैफाई उपकरण भेजे हैं। फेरेन्टी और डिपार्टमेंट ऑफ़ रिलिविंग डिसास्टर्स (DRR) ने अस्थायी आश्रयस्थल स्थापित किए हैं, जहाँ रात भर रुकने वाले लोगों को भोजन और कपड़े मिलते हैं। इन आश्रयों की लोकेशन और उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी आप हमारे लाइव मैप से देख सकते हैं।
बाढ़ के समय सबसे जरूरी है तैयार रहना। घर के बाहर रहने वाले लोग जल स्तर देखकर तुरंत उच्च इलाकों में शिफ्ट हो जाएं। अगर पानी लगातार बढ़ रहा है, तो अपने कीमती सामान को ऊँचे स्थान पर रखें और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को सूखा रखें।
सड़क पर चलते समय ध्यान रखें—तेज़ धारा वाले क्षेत्रों में गाड़ी चलाना खतरनाक हो सकता है। अगर आपको किसी जलस्तर पर फँसना पड़े, तो वाहन को तुरंत छोड़ दें और सुरक्षित जगह पर जाएँ। सरकारी अलर्ट या मोबाइल नोटिफिकेशन पर ध्यान दें, क्योंकि वे अक्सर रूट बंद या खुली खबरें देते हैं।
यदि आप राहत कार्य में मदद करना चाहते हैं, तो स्थानीय शिविरों में पानी, खाद्य या कपड़े दान कर सकते हैं। लेकिन यह ध्यान रखें कि स्वयं को सुरक्षित रखना पहले आता है, इसलिए दूर रहकर मदद करना ही बेहतर होता है।
बाढ़ के बाद की सफाई भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। पानी हटाने के बाद मलबा और गंदगी से जलजनित रोग फैल सकते हैं। घर में बैक्टीरिया मारने वाले सफाई पदार्थ से सतहें पोंछें और खाने-पीने की चीज़ें पूरी तरह से धोकर ही इस्तेमाल करें।
बिहार बाढ़ की स्थिति हर घंटे बदलती रहती है, इसलिए इस पेज को बार‑बार चेक करें। हम लगातार नवीनतम रिपोर्ट, मौसम का अंदाज़ा और सरकारी कार्रवाई को अपडेट करेंगे। याद रखें, तैयारी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।
बिहार में बाढ़ और भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। 24 जिलों में 17 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं, 8 जिलों के लिए तेज बारिश का अलर्ट जारी है। 10 प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और राहत अभियान तेज किया गया है। अब तक कोई मौत नहीं हुई है।
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