अगर आप क्रिकेट फैन हैं तो आपने ‘BCCI सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट’ का नाम जरूर सुना होगा। यह वह अनुबंध है जो भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) अपने प्रमुख खिलाड़ियों को देता है। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत खिलाड़ियों को सालाना फिक्स्ड सैलरी, ग्रेड में बदलाव और विभिन्न मैचों के लिए अतिरिक्त पेमेंट मिलते हैं।
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को मुख्य रूप से पाँच ग्रेड में बाँटा गया है – ग्रेड I से V तक। ग्रेड I में देश के बड़े सितारे और कप्तान आते हैं, जबकि ग्रेड V में उभरते खिलाड़ी या किराया खिलाड़ियों को रखी जाती है। हर ग्रेड की सैलरी अलग होती है, और खेल के प्रकार (टेस्ट, ODI, T20) के आधार पर अतिरिक्त बोनस भी मिलता है।
मुख्य फायदे यह हैं कि खिलाड़ियों को स्थिर आय मिलती है, चाहे वे कब और कितनी बार खेलने। साथ ही, बीमा, मेडिकल कवर और विदेश यात्रा के खर्चे भी इस कॉन्ट्रैक्ट में शामिल होते हैं। इससे खिलाड़ी फोकस करके खेल पर ध्यान दे पाते हैं, बिना वित्तीय तनाव के।
BCCI हर साल या जरूरी होने पर अपने कॉन्ट्रैक्ट की रिव्यू करता है। चयन प्रक्रिया में पिछले साल के प्रदर्शन, फिटनेस रिपोर्ट, और टीम की जरूरतें देखी जाती हैं। अगर किसी खिलाड़ी ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है तो उसे ग्रेड‑अप किया जा सकता है, जबकि लगातार कम प्रदर्शन करने वाले को ग्रेड‑डाउन या री-इवैल्यूएशन का सामना करना पड़ता है।
भर्ती के बाद, कॉन्ट्रैक्ट की आधिकारिक घोषणा BCCI की वेबसाइट और प्रेस रिलीज़ के माध्यम से की जाती है। अक्सर यह घोषणा भारतीय क्रिकेट टीम के टूर या बड़े टूर्नामेंट से पहले आती है, ताकि सभी को साफ‑साफ पता रहे कौन किन शर्तों पर खेलने वाला है।
हाल के अपडेट में देखें तो 2025 में ग्रेड II और III के खिलाड़ियों की सैलरी में 15% इज़ाफ़ा हुआ है, जिससे कई उभरते क्रिकेटर को आर्थिक राहत मिली है। साथ ही, नए ‘हॉट हिट’ बोनस का इंट्रोडक्शन किया गया है, जो खिलाड़ियों को बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में हाई‑स्कोर या मैच जीत पर अतिरिक्त भुगतान देता है।
एक और दिलचस्प बात यह है कि सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में ‘कैप्टेनशिप बोनस’ भी शामिल है। अगर आप टीम के कप्तान बनते हैं तो आपके बेसिक सैलरी में अतिरिक्त राशि जुड़ जाती है। यह बोनस अक्सर टीम के जीत के प्रतिशत के आधार पर भी एडजस्ट किया जाता है।
आजकल सोशल मीडिया पर BCCI कॉन्ट्रैक्ट के बारे में बहुत चर्चा होती है। फैंस अक्सर पूछते हैं कि कौन-कौन से खिलाड़ी अगले साल के ग्रेड‑अप के काबिल हो सकते हैं। इस सवाल का जवाब देना थोड़ा मुश्किल है, क्योंकि यह पूरी तरह से प्रदर्शन और फिटनेस पर निर्भर करता है। लेकिन अगर आप मैच में लगातार 50+ रन बनाते हैं या 3+ विकेट लेते हैं, तो आपके लिए ग्रेड‑अप की संभावना ज़्यादा है।
संक्षेप में, BCCI सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट भारतीय क्रिकेटरों के लिए स्थिर आय, सुरक्षा और प्रेरणा का कारण है। यह न सिर्फ खिलाड़ियों को वित्तीय स्थिरता देता है, बल्कि टीम को भी एक प्रोफेशनल माहौल में खेलाने का मौका देता है। अगर आप क्रिकेट के दीवाने हैं और प्रत्येक खिलाड़ी की यात्रा को समझना चाहते हैं, तो इस कॉन्ट्रैक्ट की जानकारी आपके लिए काम की होगी।
आशा है यह गाइड आपको BCCI सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की बुनियादी बातें स्पष्ट रूप से समझा पाए। अगर आप आगे की खबरें और अपडेट चाहते हैं तो टेडीबॉय समाचार पर बने रहें।
BCCI ने क्रिकेटरों के लिए 2024-25 की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट जारी की है। रोहित शर्मा, विराट कोहली, बुमराह और जडेजा को ग्रेड A+ में बरकरार रखा गया है। श्रेयस अय्यर और ईशान किशन की वापसी हुई है, वहीं कुछ खिलाड़ियों को लिस्ट से बाहर किया गया।
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