BCCI की नई सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट: कौन अंदर, कौन बाहर?
क्रिकेट जगत में चर्चा का बड़ा कारण बनी है BCCI सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की ताजा सूची। अगले सीजन के लिए बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की सैलरी ग्रेडिंग में बड़े फेरबदल किए हैं। सबसे दिलचस्प बात ये कि टॉप ग्रेड यानी ग्रेड A+ में चार मशहूर नाम - रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा को दोबारा इसी श्रेणी में रखा गया है। कई फैंस हैरान हैं कि टी20 से संन्यास के बावजूद कोहली और जडेजा अभी भी सबसे अहम एलीट क्लब में बने हुए हैं।
बड़ा बदलाव देखने को मिला है आर. अश्विन के साथ। इंटरनेशनल क्रिकेट से पूरी तरह संन्यास लेने के बाद उन्हें सबसे ऊपर की इस ग्रेडिंग से बाहर कर दिया गया है। इस निर्णय के बाद तमाम अटकलें शुरू हो गई हैं, लेकिन बीसीसीआई ने साफ संदेश दे दिया कि सक्रियता ही टॉप ग्रेड की असली कसौटी है।
वापसी, तरक्की और नई एंट्री—सब कुछ बदला-बदला
सबसे ज्यादा सवाल उठे थे श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को लेकर—बीते साल घरेलू क्रिकेट ना खेलने चलते इन दोनों को बाहर कर दिया गया था, लेकिन इस बार इनकी लिस्ट में धमाकेदार वापसी हुई है। दोनों खिलाड़ियों के लिए यह सीजन नई उम्मीदों से भरपूर रहेगा।
इसके अलावा, नई लिस्ट में ऋषभ पंत को प्रमोट कर ग्रेड A में डाला गया है, जो लंबे वक्त की चोट के बाद एक बार फिर मैदान में लौट आए हैं। उनके साथ मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, हार्दिक पंड्या और मोहम्मद शमी भी इस ग्रेड का हिस्सा बने हैं। टीम इंडिया की नई कोर टीम कहें तो गलत नहीं होगा।
ग्रेड C में सबसे ज्यादा हलचल रही। शार्दुल ठाकुर, जितेश शर्मा, केएस भरत, और अवेश खान से कॉन्ट्रैक्ट छिन गया है, तो वहीं अर्शदीप सिंह ने पहली बार इस सेक्शन में जगह बनाई है। इस कटौती को फिटनेस, फॉर्म और प्रदर्शन से जोड़ा जा रहा है।
ग्रेड B सूची भी कम दिलचस्प नहीं है। सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, श्रेयस अय्यर और यशस्वी जायसवाल को यहां शामिल किया गया है। नज़रें सभी पर रहेंगी, खासकर सूर्यकुमार यादव पर, जिनकी धमाकेदार बल्लेबाज़ी ने उन्हें इस लिस्ट में बरकरार रखा।
इसी कॉन्ट्रैक्ट के जरिए बीसीसीआई ने युवा खिलाड़ियों को भी मंच दिया है। रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, रुतुराज गायकवाड़, संजू सैमसन जैसे नए नाम अब ग्रेड C में शामिल हैं। Yuva धमाल और ताजगी टीम के लिए यह ताजगी लाएगा।
इस साल नज़रों से ओझल रहे कुछ प्लेयर्स जैसे वॉशिंगटन सुंदर और वरुण चक्रवर्ती को ग्रेड C में बरकरार रखा गया है, जबकि मुकेश कुमार और रजत पाटीदार को लोअर ग्रेड में जगह मिली है। ख़ास बात है कि कुछ अनुभवी नामों पर गाज गिरी तो उभरते टैलेंट्स को बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी गई।
Anand Itagi
अप्रैल 23, 2025 AT 10:29पंत को ग्रेड A में डालना भी सही था। उनकी वापसी टीम के लिए बहुत बड़ा बूस्ट होगा।
Sumeet M.
अप्रैल 25, 2025 AT 00:02ASHOK BANJARA
अप्रैल 26, 2025 AT 15:44युवाओं को मौका देना जरूरी है। रिंकू, तिलक, रुतुराज-ये नाम भविष्य के लिए निवेश हैं।
हम अभी भी उन दिनों में हैं जब एक खिलाड़ी के लिए उम्र या नाम बड़ी बात होती थी। अब वह नहीं।
यह बदलाव सिर्फ खेल के लिए नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट की संस्कृति के लिए भी एक मील का पत्थर है।
Sahil Kapila
अप्रैल 28, 2025 AT 03:47Rajveer Singh
अप्रैल 28, 2025 AT 12:21Ankit Meshram
अप्रैल 29, 2025 AT 21:11Shaik Rafi
मई 1, 2025 AT 05:40अर्शदीप को ग्रेड C में शामिल करना बहुत समझदारी भरा कदम है।
और श्रेयस अय्यर की वापसी-ये निर्णय उनकी टेक्निकल स्ट्रेंथ और लीडरशिप की ओर इशारा करता है।
हमें याद रखना चाहिए कि क्रिकेट बस रन और विकेट नहीं है, बल्कि अपने खिलाड़ियों के विकास का भी मामला है।
Ashmeet Kaur
मई 2, 2025 AT 07:00और अर्शदीप को ग्रेड C में शामिल करना-ये बहुत अच्छा है। उनकी गेंदबाजी में बहुत भरोसा है।
कुछ लोग कहते हैं कि ये फैसले नाम के आधार पर होते हैं, लेकिन अब तो फॉर्म और फिटनेस देख रहे हैं। ये बदलाव बहुत जरूरी था।
Nirmal Kumar
मई 3, 2025 AT 12:42मुकेश कुमार और रजत पाटीदार को लोअर ग्रेड में रखना भी सही फैसला है-उन्हें घरेलू क्रिकेट में वापस जाकर अपनी बात बनानी होगी।
बीसीसीआई की ये लिस्ट दिखाती है कि वो अब लंबे समय तक चलने वाली टीम बनाने की सोच रहे हैं, न कि बस अभी के लिए।
Sharmila Majumdar
मई 4, 2025 AT 21:30amrit arora
मई 6, 2025 AT 14:02हम अब उन खिलाड़ियों को प्राथमिकता दे रहे हैं जो न केवल खेलते हैं, बल्कि उनका फॉर्म और फिटनेस भी टेस्ट में आता है।
रोहित, विराट, बुमराह और जडेजा को A+ में रखना उनके अतीत के योगदान के लिए नहीं, बल्कि उनके अभी के असर के लिए है।
और जब युवा खिलाड़ी जैसे रिंकू या तिलक वर्मा को मौका दिया जा रहा है, तो ये सिर्फ एक नियम नहीं, बल्कि एक नए समय का संकेत है।
हम जिस भारतीय क्रिकेट को देख रहे हैं, वो पहले वाले भारतीय क्रिकेट से बिल्कुल अलग है।
ये एक ऐसा समय है जब नाम नहीं, बल्कि निरंतरता और दक्षता अहम है।
और इस बदलाव के पीछे एक विचार है-क्रिकेट को बचाना है, न कि उसके अतीत को श्रद्धांजलि देना।
Ambica Sharma
मई 7, 2025 AT 02:23Hitender Tanwar
मई 7, 2025 AT 06:37pritish jain
मई 8, 2025 AT 19:45अश्विन को बाहर करना कठिन था, लेकिन आवश्यक।
युवाओं को मौका देना न सिर्फ न्याय है, बल्कि भविष्य की आवश्यकता है।
Gowtham Smith
मई 8, 2025 AT 22:27कुलदीप यादव को ग्रेड B में रखना भी एक गलत एलोकेशन है-उनकी गेंदबाजी अब टीम इंडिया के लिए अनिवार्य है।
ये लिस्ट बीसीसीआई की ऑपरेशनल इनेबलमेंट फेल्योर को दर्शाती है।
Shivateja Telukuntla
मई 9, 2025 AT 16:31