क्या आपका शहर भी लकीर से बाहर बारिश के चक्र में फँसा है? 2025 में कई राज्यों ने रिकॉर्ड‑से अधिक बारिश देखी, और मौसम विभाग लगातार अलर्ट जारी कर रहा है। इस लेख में हम उन प्रमुख घटनाओं को देखें, साथ ही आप कैसे सुरक्षित रह सकते हैं, वो भी आसान भाषा में बताएँगे।
दिल्ली‑एनसीआर में 2‑5 सितंबर तक लगातार बरसात रही। तापमान सामान्य से नीचे गिर गया और कई जगहों पर रुक‑रुक कर बौछारें पड़ीं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हिमाचल, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा में भी भारी‑से‑अति‑भारी बारिश की चेतावनी जारी की।
बिहार में 24 जिलों में 17 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए। 8 जिलों में तेज़ बारिश का अलर्ट निकला और 10 प्रमुख नदियों ने किनारे पार कर धारा तेज़ कर दी। अभी तक कोई बड़ी मौत नहीं हुई, लेकिन राहत कार्य तेज़ी से चल रहा है।
राजस्थान में जुलाई के दौरान रेड अलर्ट जारी किया गया। मौसम विभाग ने कहा कि बारिश के साथ तेज़ हवाएँ और धूलभरी आँधियाँ भी हो सकती हैं। इसी समय प्रतापगढ़ में तापमान 39 °C तक पहुंच गया, फिर भी स्थानीय मौसम पैटर्न में अचानक बारिश की संभावना दिखी।
पूर्वोत्तर भारत और उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी लगातार बूँदें गिरती रही। कई जगहों पर बेमौसम बारिश ने आम लोगों की यात्रा को कठिन बना दिया, खासकर दिल्ली‑एनसीआर में सफर का प्रबंधन मुश्किल हो गया।
पहला कदम: हमेशा मौसम अलर्ट पर नजर रखें। मोबाइल ऐप, स्थानीय समाचार या वेबसाइट जैसी तेडीबॉय समाचार पर अपडेट मिलते रहें। इससे आप समय पर अपने घर या यात्रा की योजना बदल सकते हैं।
दूसरा: घर के आसपास जल निकासी ठीक रखें। नालियों को साफ रखें, एंट्रीज़ पर रेत या बालू बिछा कर पानी को रोकें। यदि बाढ़ की संभावना है, तो ऊँचे कमरे या दूसरी मंज़िल पर सामान रख दें।
तीसरा: गरजू वस्तुओं को सुरक्षित रखें। मोबाइल, बैटरियां, इलेक्ट्रॉनिक्स को प्लास्टिक बैग में रखें और बिजली की कनेक्शन जांचें। जल ने बिजली के संपर्क में आने से शॉर्ट सर्किट की समस्या हो सकती है।
चौथा: जरूरत पड़ने पर आपातकालीन किट तैयार रखें। टॉर्च, बैटरियां, प्राथमिक चिकित्सा किट, पानी की बोतलें और थोड़ा नकद रखें। ये छोटा किट आपको कई घंटे तक बिना मदद के टिका सकता है।
पाँचवा: अगर यात्रा करनी हो तो वैकल्पिक मार्ग चुनें। बाढ़ या जल बँधाव वाले रास्ते बंद हो सकते हैं। अक्सर हाईवे पर FASTag वार्षिक पास जैसी सुविधाएं भी ट्रैफ़िक को थोड़ा आसान बना देती हैं।
अंत में, याद रखें कि बारिश खुद में कोई बुरी चीज़ नहीं है, बस सही तैयारी और जानकारी से ही हम सुरक्षित रह सकते हैं। हर अलर्ट को अनदेखा न करें, और जब भी जरूरत पड़े, स्थानीय अधिकारियों की मदद लें।
आपकी सुविधा के लिए टेडीबॉय समाचार लगातार जलवायु बदलाव, बाढ़ नियंत्रण और मौसम अपडेट्स पर भरोसेमंद रिपोर्टें देता रहता है। जुड़ें रहिए, और बारिश के साथ अपने दिन को भी सुकून भरा बनाइए।
दिल्ली में पिछले 24 घंटों के भीतर 108 मिमी बारिश हुई है, जो पिछले 14 वर्षों में जुलाई के महीने में सबसे अधिक है। इस भारी बारिश के कारण विभिन्न हिस्सों में जलभराव हुआ है, बिजली कटौती और यातायात समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में इसी तरह की बारिश की संभावना जताई है।
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