हाल ही में दिल्ली ने एक अभूतपूर्व बारिश अनुभव की है, जिसमें सिर्फ 24 घंटों के भीतर 108 मिमी बारिश हुई है। पिछले 14 वर्षों में जुलाई के महीने में यह सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई है। इस भारी बारिश के कारण राजधानी के कई हिस्सों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है, जिससे वहाँ की दैनिक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न हो रही है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस भारी बारिश के पीछे बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव प्रणाली को जिम्मेदार ठहराया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में इसी तरह की बारिश जारी रहेगी। इससे पहले दिल्ली में भीषण गर्मी का दौर चल रहा था, जिससे लोगों को अब कुछ राहत मिलने वाली है।
हालांकि, इस भारी बारिश ने राजधानी के विभिन्न हिस्सों में जलभराव की समस्या इजाद कर दी है। विभिन्न इलाकों में पानी जमा हो जाने से सड़कों पर गाड़ियों का आवागमन बेहद कठिन हो गया है। लोगों को यातायात जाम और बिजली कटौती जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन की टीमें स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए दिन रात कठिन परिश्रम कर रही हैं।
स्थानीय प्राधिकरणों ने जलभराव की समस्या को हल करने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं। विभिन्न इलाकों में पानी निकासी के लिए पम्प लगा दिए गए हैं और यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। लेकिन अभी भी स्थिति पूरी तरह से सामान्य नहीं हो पाई है।
स्थानीय प्रशासन ने निवासियों से अपील की है कि वे घर से बाहर निकलने से बचें और सुरक्षित रहने की कोशिश करें। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां जलभराव की स्थिति अधिक गंभीर है, वहाँ जाने से बचने की सलाह दी गई है। यात्रा करने वालों को भी पूरी सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है।
दिल्लीवासियों को इस बारिश से कुछ राहत तो मिल रही है, क्योंकि इससे पहले दिल्ली में भयंकर गर्मी का प्रकोप था। हाल के दिनों में तापमान लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा रहा था, जिससे लोग बेहाल थे। लेकिन अब इस वर्षा से तापमान में गिरावट आई है, जिससे जीवन थोड़ा सहज हो गया है।
IMD के अधिकारियों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक दिल्ली में इसी तरह की बारिश जारी रह सकती है। मानसून के इस प्रभाव ने दिल्ली को पूरी तरह से घेर लिया है और आने वाले दिनों में भी बारिश जारी रह सकती है।
यह घटना यह दर्शाती है कि मानसून किस प्रकार अप्रत्याशित हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप लोगों को अलग-अलग प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह मौसम का शक्ति प्रदर्शन है और इसे ध्यान में रखते हुए हमें और भी सावधान और सतर्क रहने की आवश्यकता है।