प्रतापगढ़ में तापमान 39°C के पार, बारिश की संभावना

3 अप्रैल 2025
प्रतापगढ़ में तापमान 39°C के पार, बारिश की संभावना

प्रतापगढ़, राजस्थान में हाल ही में तापमान में काफी वृद्धि देखी गई है, जहां पारा 39°C से भी ऊपर चला गया है। स्थानीय मौसम रिपोर्ट्स के अनुसार, यह गर्मी का उछाल क्षेत्र के सामान्य जलवायु पैटर्न के साथ मेल खाता है, जिसमें सूखे मौसम के दौरान तापमान अक्सर चरम सीमा तक पहुँच जाता है, खासकर जून माह में जब औसत उच्च तापमान 40.9°C (105.6°F) से अधिक हो सकता है।

हालांकि, इस बार एक दिलचस्प मौसम परिवर्तन देखा गया है। आम तौर पर साफ और धूप वाले आकाश वाला यह मौसम अब बारिश के संकेत दे रहा है, जो इस सूखे मौसम के लिए एक विशेष बात है। नमी का स्तर 12% तक गिर जाने से गर्मी की यह लहर और भी असहनीय हो गई है, जो लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण है।

मौसम कार्यालयों ने अनुमान लगाया है कि अचानक बारिश होने की संभावना किसानों और आम नागरिकों दोनों को राहत दे सकती है, लेकिन यह कृषि गतिविधियों में प्रबंधन और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए भी चुनौतियाँ ला सकती है।

राजस्थान की जलवायु प्रोफाइल में यह तापमान वृद्धि एक बार फिर से अत्यधिक गर्मी की विषमतता की ओर इंगित करता है। यह क्षेत्र नियमित रूप से ऐसे चरम तापमान का सामना करता है, जो न केवल जलवायु परिवर्तन की ओर इशारा करता है बल्कि मानव जीवन की सुरक्षा के लिए भी एक स्थायी चिंता का विषय बनता जा रहा है।

15 टिप्पणि

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    amrit arora

    अप्रैल 5, 2025 AT 14:18

    इस गर्मी के बाद जब बारिश आएगी, तो जमीन इतनी सूख चुकी है कि पानी सिर्फ सतह पर बह जाएगा, नीचे तक नहीं पहुँचेगा। हमने अभी तक कभी जमीन को रिचार्ज करने के लिए कोई योजना नहीं बनाई, बस बारिश का इंतज़ार करते रहे। ये सिर्फ एक मौसमी बदलाव नहीं, बल्कि हमारी जलवायु नीतियों की असफलता का परिणाम है। हम तो बारिश के बाद खुश हो जाते हैं, लेकिन बारिश से पहले की तैयारी के बारे में कोई सोचता ही नहीं।

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    Ambica Sharma

    अप्रैल 6, 2025 AT 05:17

    अरे भाई ये गर्मी तो मैं जिंदगी भर नहीं भूल पाऊँगी, बस घर के बाहर जाते ही पसीना बहने लगता है, और बारिश का इंतज़ार कर रही हूँ जैसे कोई मेरा बचपन का सपना आ गया हो।

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    Hitender Tanwar

    अप्रैल 7, 2025 AT 01:59

    बारिश की संभावना? ये सब बकवास है। मौसम विभाग हमेशा गलत बोलता है।

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    pritish jain

    अप्रैल 7, 2025 AT 19:34

    जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में, प्रतापगढ़ का यह तापमान वृद्धि एक अत्यधिक विशिष्ट घटना नहीं है, बल्कि एक व्यापक जलवायु विकृति का एक अंश है। इसके लिए अनुमानित वार्षिक तापमान वृद्धि दर 0.4°C प्रति दशक है, और यह आंकड़ा राष्ट्रीय जलवायु अनुसंधान केंद्र के डेटा से समर्थित है। यदि हम इस दर को जारी रखते हैं, तो 2040 तक जून का औसत उच्चतम तापमान 43.5°C तक पहुँच सकता है।

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    Gowtham Smith

    अप्रैल 8, 2025 AT 18:49

    ये सब अफवाहें हैं। हमारे देश में जब तक बारिश नहीं हो रही, तब तक ये गर्मी जारी रहेगी। अगर हमारे लोग अपने घरों में AC नहीं लगाते, तो ये गर्मी भी नहीं होती। ये बातें बस बाहरी शक्तियों की षड्यंत्र हैं।

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    Shivateja Telukuntla

    अप्रैल 10, 2025 AT 10:04

    हमारे गाँव में तो अभी भी लोग बरसात के लिए बरसात की दुआ माँगते हैं। जब बारिश होती है, तो बच्चे खुशी से नहाते हैं, और बुजुर्ग बोलते हैं - ये भगवान का वरदान है। आधुनिकता के बावजूद, हम अभी भी इस धरती के साथ जुड़े हैं।

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    Ravi Kumar

    अप्रैल 11, 2025 AT 16:21

    ये गर्मी तो ऐसी है जैसे आग लगी हो, जिंदगी बंद हो गई है। लेकिन जब बारिश होगी, तो धूल उड़ेगी, हवा में नमी घुलेगी, और जैसे ही पहली बूंद गिरेगी, सब कुछ जीवित हो उठेगा। ये बारिश सिर्फ पानी नहीं, ये जीवन का नया अध्याय है।

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    rashmi kothalikar

    अप्रैल 13, 2025 AT 02:31

    अब तक ये गर्मी तो बस एक अनुभव थी, लेकिन अब ये जानलेवा हो गई है। हमारे बच्चे इतनी गर्मी में स्कूल कैसे जाएँ? हमारे बुजुर्ग इतनी गर्मी में कैसे सांस लें? ये सब कौन जिम्मेदार है? क्या हम अपनी ज़िम्मेदारी भूल गए हैं?

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    vinoba prinson

    अप्रैल 14, 2025 AT 08:12

    यहाँ की जलवायु विकृति एक अत्यधिक जटिल फ़िलोसोफ़िकल और इकोलॉजिकल डायलेक्टिक्स का प्रतिनिधित्व करती है, जिसमें एंथ्रोपोसेन के अंतर्गत मानवीय अभिव्यक्ति और नैसर्गिक प्रक्रियाओं के बीच एक असंतुलन उत्पन्न हो रहा है। यह सिर्फ तापमान नहीं, बल्कि अस्तित्व की असहनीयता का प्रतीक है।

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    Shailendra Thakur

    अप्रैल 14, 2025 AT 20:34

    अगर बारिश आ जाए तो ज़रूर राहत मिलेगी, लेकिन इससे पहले हमें अपने घरों में छतों पर पानी जमा करने का व्यवस्था करनी चाहिए। बारिश के बाद भी हमारे पास पानी नहीं रहेगा, अगर हम इसे संचयित नहीं करेंगे।

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    Muneendra Sharma

    अप्रैल 15, 2025 AT 13:43

    मैंने आज सुबह देखा कि एक बूंद भी नहीं गिरी, लेकिन हवा में नमी का एहसास था। जब तक बारिश नहीं होती, तब तक इंतज़ार चलता है... और फिर एक दिन बारिश हो जाती है और सब बदल जाता है। ये तो जीवन का नियम है।

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    Anand Itagi

    अप्रैल 17, 2025 AT 06:51

    पानी का अभाव है ना बारिश आएगी तो ठीक हो जाएगा बस इतना ही बात है और अगर नहीं आई तो फिर क्या करेंगे

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    Sumeet M.

    अप्रैल 18, 2025 AT 23:19

    39°C? ये तो बहुत कम है! राजस्थान में 45°C तक जाता है! और ये बारिश का इंतज़ार? ये सब अफवाह है! जलवायु परिवर्तन के लिए अमेरिका और चीन को दोष दो! हमारे देश का जलवायु नियंत्रण अपने हाथ में है! और बारिश के लिए दुआ माँगने की बजाय, बारिश के लिए तकनीक बनाओ!

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    Kisna Patil

    अप्रैल 20, 2025 AT 13:05

    हम सब एक दूसरे के साथ बाँटते हैं, तो ये गर्मी भी थोड़ी हल्की हो जाती है। बारिश आए या न आए, हम अपने पड़ोसियों के साथ एक कप चाय पीकर बैठ जाएँ। ये जुड़ाव ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।

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    ASHOK BANJARA

    अप्रैल 21, 2025 AT 08:18

    प्रतापगढ़ के इलाके में अगर हम रिचार्ज वेल्स बनाएँ, तो बारिश का पानी जमीन में सोख जाएगा। ये तकनीक बहुत पुरानी है, लेकिन अभी भी काम करती है। हमने इसे भूल दिया, अब बारिश के लिए बेकाबू हैं। एक छोटा सा आंदोलन - हर घर में एक जल संचय टंकी - बहुत बदल सकता है।

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