भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता को, जो इस समय दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हैं, मंगलवार, 16 जुलाई, 2024 को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया। 46 वर्षीय नेता को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा 15 मार्च, 2024 को दिल्ली शराब नीति से जुड़े एक धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था। अस्पताल में उन्हें चिकित्सा दी गई, लेकिन अधिकारियों ने आगे की जानकारी साझा नहीं की।
जनप्रतिनिधियों के खाते में बातचीत करते हुए, अधिकारियों ने बताया कि कविता को अचानक स्वास्थ्य समस्याएं महसूस हुईं, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। उनके स्वास्थ्य की निगरानी तथा आवश्यक जांचें की जा रही हैं। हालांकि, स्वास्थ्य की विशिष्ट जानकारी अभी उजागर नहीं की गई है। कविता, जो कि पूर्व तेलंगाना मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी हैं, की आंतरिक स्वास्थ्य स्थिति पर व्यापक विचार जारी है।
कविता की गिरफ्तारी मार्च 2024 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की गई थी। उन्हें दिल्ली शराब नीति से जुड़े धनशोधन मामले में शामिल होने का आरोप लगाया गया था। ईडी की जांच में आरोप लगाया गया कि नीति के तहत अवैध धन का प्रयोग किया गया था और कविता का इसमें महत्वपूर्ण भूमिका थी। उनके खिलाफ बनाई गई चार्जशीट में वित्तीय अनियमितताओं और सरकारी पद का दुरुपयोग होने के आरोप हैं। दिल्ली शराब नीति के तहत, कई व्यापारिक और राजनीतिक हस्तियों पर आरोप लगे थे।
कविता को 15 मार्च, 2024 के बाद से तिहाड़ जेल में रखा गया है, जहां इकाई अधिकारियों और स्वास्थ्य सेवाओं के मध्य उनकी नियमित जांच की जा रही है। जेल प्रशासन द्वारा कवियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान दिया गया। उनकी हालत समय-समय पर जांची जाती है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि उन्हें आवश्यक चिकित्सा सेवाएं प्राप्त हों।
कविता के राजनीतिक करियर के साथ-साथ उनके परिवार का भी बहुत योगदान रहा है। वह बीआरएस के एक प्रमुख चेहरे के रूप में जानी जाती हैं और उनके पिता के. चंद्रशेखर राव तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। कविता की गिरफ्तारी के बाद उनका परिवार और उनके समर्थक लगातार उनके समर्थन में खड़े रहें हैं। विभिन्न राजनीतिक मंचों पर भी उनकी रिहाई की मांग उठती रही है।
कविता की स्वास्थ्य समस्या की खबर मिलते ही बीआरएस के समर्थकों और प्रियजनों में चिंता की लहर दौड़ी। पार्टी के वरिष्ठ नेता और कविता के समर्थक उनसे मिलने तिहाड़ जेल और अस्पताल पहुंचने लगे। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीआरएस के प्रवक्ता ने कहा कि कविता को जल्द से जल्द अस्वस्थता से उबरने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी उसकी सुरक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं।
स्वास्थ्य सुधार के बाद, कविता को फिर से तिहाड़ जेल भेजा जा सकता है। हालांकि, यदि उनकी स्थिति गंभीर पाई जाती है, तो उन्हें अस्पताल में ही रखा जा सकता है जब तक वे पूरी तरह ठीक नहीं हो जातीं। अदालत में उनके मामले की अगली सुनवाई की तिथि भी दृष्टिगत रहेगी। इसके साथ ही, कविता की गिरफ्तारी से जुड़े कानूनी प्रक्रिया और मामले की नवीनीकरण भी ध्यान में रहेगा।
कुल मिलाकर, बीआरएस नेता के. कविता की सेहत और उनकी राजनीतिक स्थिति दोनों ही इस वक्त चर्चाओं में हैं। न केवल बीआरएस बल्कि इसके विरोधी और समर्थक भी इस मामले पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि उनके स्वास्थ्य और कानूनी मामलों का भविष्य में क्या परिणाम निकलता है।