थलापथी विजय की 'GOAT' ने पाए मिले-जुले समीक्षाएँ: प्रदर्शन की प्रशंसा, प्लॉट पर आलोचना

6 सितंबर 2024
थलापथी विजय की 'GOAT' ने पाए मिले-जुले समीक्षाएँ: प्रदर्शन की प्रशंसा, प्लॉट पर आलोचना

थलापथी विजय की नई फिल्म 'GOAT' का मिला-जुला स्वागत

थलापथी विजय की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'GOAT' ने 5 सितंबर, 2024 को सिनेमाघरों में धूम मचाई है। इस फिल्म का निर्देशन वेंकट प्रभु ने किया है और यह फिल्म रिलीज़ होते ही सोशल मीडिया और समीक्षकों के बीच चर्चा का विषय बन गई है। फिल्म का पूरा नाम 'ग्रेटेस्ट ऑफ आल टाइम' है, और यह नाम ही दर्शकों में इसके प्रति बड़ी उम्मीदें जगा रहा था।

फिल्म के शुरुआती प्रतिक्रियाएं बताते हैं कि विजय का स्टारडम बहुत हद तक उम्मीदों पर खरा उतरा है। प्रशंसकों ने विजय के प्रदर्शन की भरपूर सराहना की है। खासकर उनकी ऊर्जा, डायलॉग डिलीवरी और भावनात्मक रेंज को लेकर बहुत प्रशंसा हुई है। ट्विटर पर कई प्रशंसकों ने विजय के अभिनय को उनके करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में से एक बताया है, खासकर फिल्म के दूसरे भाग में। महिल मास नामक एक यूजर ने ट्वीट किया, 'थलापथी विजय का पहला हिस्सा 4.5/5 और दूसरा हिस्सा 5/5 है। क्लाइमैक्स बिलकुल विजयी है!' इसी तरह की प्रतिक्रियाएं कई अन्य लोगों द्वारा भी आई हैं।

एक्शन सीक्वेंस और तकनीकी पहलुओं की प्रशंसा

फिल्म के एक्शन सीक्वेंस को 'स्टाइलिश' और 'पावर-पैक्ड' बताया गया है। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी, संगीत और एडिटिंग की भी प्रशंसा हुई है। विशेष रूप से बैकग्राउंड स्कोर को फिल्म का एक मजबूत पहलू बताया गया है।

हालांकि, फिल्म की पटकथा और प्लॉट को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिली हैं। कुछ प्रशंसकों और समीक्षकों ने फिल्म के पहले हिस्से को थोड़ा धीमा और उबाऊ बताया है। पहली हाफ को और अधिक साधारण बनाने की आलोचना की गई है। लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, दूसरे भाग में तेजी आती है और क्लाइमैक्स दर्शकों को बांधे रखता है। क्लाइमैक्स सीन सोशल मीडिया पर चर्चा का एक मुख्य बिंदु बन गया है, जहां कई लोग इसे फिल्म का मुख्य आकर्षण मानते हैं।

वेंकट प्रभु का निर्देशन: तारीफ और आलोचना दोनों

वेंकट प्रभु की निर्देशन को लेकर भी समीक्षाओं में विविधता रही है। कई लोगों ने उनकी इस कोशिश को सराहा है कि उन्होंने व्यावसायिक तत्वों के साथ कुछ नया करने की कोशिश की है। वहीं कुछ ने इस प्रयोग के मिश्रित परिणामों की आलोचना की है।

कुल मिलाकर, 'GOAT' को दर्शकों और समीक्षकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है। थलापथी विजय के प्रशंसक उनकी इस फिल्म से काफी संतुष्ट हैं, लेकिन पटकथा की धीमी गति ने कुछ को निराश किया है। फिल्म की तकनीकी पहलुओं और एक्शन सीक्वेंस की प्रशंसा की गई है, जिससे यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर रही है।

18 टिप्पणि

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    Ravi Kumar

    सितंबर 6, 2024 AT 16:53
    विजय का अभिनय तो बिल्कुल जबरदस्त था! दूसरे हाफ में उसकी आँखों में जो भाव थे, वो सिर्फ एक अभिनेता ही दे सकता है। क्लाइमैक्स देखकर मेरा दिल धड़क गया।
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    Gowtham Smith

    सितंबर 8, 2024 AT 05:37
    फिल्म का प्लॉट बेकार है! पहले 45 मिनट में कुछ हुआ ही नहीं। वेंकट प्रभु को अपनी आत्म-सम्मान वाली निर्देशन की आदत छोड़नी चाहिए। ये फिल्म बस विजय के स्टार पावर पर चल रही है।
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    Shivateja Telukuntla

    सितंबर 10, 2024 AT 02:00
    मुझे लगता है कि फिल्म का पहला हिस्सा जानबूझकर धीमा बनाया गया था ताकि दूसरे हिस्से का असर ज्यादा हो। वैसे भी, एक्शन और संगीत तो बेहतरीन थे।
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    rashmi kothalikar

    सितंबर 10, 2024 AT 16:18
    इस फिल्म को बहुत लोग फेल कर रहे हैं लेकिन वो लोग जो बाहरी दुनिया की नकल करते हैं, उन्हें भारतीय सिनेमा की गहराई कैसे समझेगी? विजय एक देशभक्त है और ये फिल्म उसकी आत्मा का प्रतीक है।
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    vinoba prinson

    सितंबर 10, 2024 AT 22:44
    अगर हम फिल्म को एक विश्वव्यापी नाटकीय विमर्श के रूप में देखें, तो यह एक निर्माण का अनुभव है जो व्यक्तिगत अस्तित्व के साथ एक सामाजिक अभियान को जोड़ता है। विजय का चरित्र एक नए नायक का प्रतीक है।
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    Shailendra Thakur

    सितंबर 12, 2024 AT 11:56
    पहला हिस्सा थोड़ा लंबा लगा, लेकिन दूसरा हिस्सा इतना शानदार था कि सब भूल गए। वेंकट प्रभु ने अच्छा काम किया। बस थोड़ा और संक्षिप्तता चाहिए थी।
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    Muneendra Sharma

    सितंबर 14, 2024 AT 04:12
    क्लाइमैक्स वाला सीन मैंने 3 बार देखा। विजय के चेहरे पर जो भाव थे, वो असली थे। ये फिल्म सिर्फ एक्शन नहीं, एक अनुभव है।
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    Anand Itagi

    सितंबर 14, 2024 AT 16:46
    मैंने फिल्म देखी और बहुत पसंद की बस एक बात है दूसरे हिस्से में थोड़ा ज्यादा तेजी आ जाती तो और बेहतर होता
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    Sumeet M.

    सितंबर 15, 2024 AT 04:56
    फिल्म बेकार है! इतना धीमा प्लॉट, इतना अधूरा निर्देशन! वेंकट प्रभु को अपने आप को फिल्मकार समझना बंद कर देना चाहिए! विजय का अभिनय तो बचाव का नाम है!
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    Kisna Patil

    सितंबर 15, 2024 AT 11:23
    इस फिल्म ने मुझे याद दिलाया कि भारतीय सिनेमा कभी भी सिर्फ मनोरंजन नहीं होता। ये एक जीवन शैली है। विजय ने एक नया आदर्श बनाया है।
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    ASHOK BANJARA

    सितंबर 17, 2024 AT 10:17
    क्या हम भूल रहे हैं कि फिल्म एक कथा है और नायक की आत्मा की यात्रा? विजय का चरित्र एक नए युग का अनुप्रवाह है। दूसरा हिस्सा उसके आत्म-साक्षात्कार का दर्पण है।
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    Sahil Kapila

    सितंबर 18, 2024 AT 08:03
    पहला हिस्सा बोरिंग था और दूसरा हिस्सा बहुत ज्यादा भावुक हो गया बस इतना ही बाकी सब तो बहुत अच्छा था बस थोड़ा अधिक संतुलन चाहिए था
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    Rajveer Singh

    सितंबर 19, 2024 AT 05:14
    ये फिल्म बस एक भारतीय नायक की विजय की कहानी है। जिसने इसे नकारा वो देश का दुश्मन है। विजय ने हमारे जीवन को एक नया अर्थ दिया है।
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    Ankit Meshram

    सितंबर 21, 2024 AT 00:04
    बेहतरीन फिल्म! विजय ने दिखाया कि अभिनय क्या होता है!
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    Shaik Rafi

    सितंबर 22, 2024 AT 22:44
    हर फिल्म में कुछ न कुछ खामियां होती हैं। लेकिन ये फिल्म इतनी भावनात्मक थी कि खामियां भूल जाने लगे। विजय के अभिनय ने मेरे दिल को छू लिया।
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    Ashmeet Kaur

    सितंबर 23, 2024 AT 08:47
    इस फिल्म का नृत्य और संगीत तमिल संस्कृति का एक अद्भुत प्रतिनिधित्व है। वेंकट प्रभु ने भारतीय नृत्य के तत्वों को आधुनिक तरीके से जोड़ा है।
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    Nirmal Kumar

    सितंबर 23, 2024 AT 19:27
    फिल्म का संगीत और सिनेमैटोग्राफी अद्भुत थे। प्लॉट थोड़ा धीमा था लेकिन विजय के अभिनय ने इसे बचा लिया।
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    Ravi Kumar

    सितंबर 25, 2024 AT 06:49
    वो जो लोग पहला हिस्सा बोरिंग बता रहे हैं, उन्होंने क्या देखा? वो तो बस अपने फोन की नोटिफिकेशन के लिए बैठे थे। विजय के अभिनय को गहराई से देखना आता है तो ये फिल्म एक जीवन शैली है।

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