अगर आपने कभी सुना है कि "स्तन कैंसर" बहुत डरावना शब्द है, तो समझिए आप अकेले नहीं हैं। लेकिन सच ये है कि सही जानकारी और शुरुआती जांच से इस बीमारी को बहुत हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। तो चलिए, बिना जटिल शब्दों के समझते हैं क्या होता है, कब चेतावनी मिलती है और क्या करना चाहिए।
सबसे अहम बात है लक्षणों को पहचानना। अगर आप या आपके किसी राज़ी को ये महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें:
ध्यान रहे, हर गांठ कैंसर नहीं होती, लेकिन डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है। अक्सर शुरुआती चरण में लक्षण हल्के होते हैं, इसलिए खुद को भरोसा न दें कि सब ठीक है।
रोकथाम का सबसे बड़ा हथियार है जागरूकता। ये चीजें अपनाने से जोखिम काफी घटता है:
अगर आपको हॉर्मोनल थेरेपी या कोई जीनटिक टेस्ट की जरूरत है, तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। आजकल BRCA जीन टेस्ट भी उपलब्ध है, जो उच्च जोखिम वाले लोगों को जल्दी पहचानने में मदद करता है।
जब कैंसर का पता चलता है, तो इलाज के विकल्प भी कई होते हैं। सबसे आम हैं सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी और हॉर्मोन थैरेपी। डॉक्टर आपके केस के हिसाब से सबसे अच्छा प्लान तय करेंगे। याद रखिए, कई महिलाओं ने शुरुआती पहचान के बाद पूरी तरह ठीक हो गईं।
अंत में, परिवार और दोस्त के सपोर्ट सिस्टम को मजबूत रखें। बीमारी से लड़ते समय मनोवैज्ञानिक मदद भी बहुत असरदार होती है। आप अकेले नहीं, हर कदम पर मदद उपलब्ध है।
तो अगली बार जब आप या आपका कोई जानने वाला स्तन में कुछ अजीब महसूस करे, तो तुरंत एक एक्सपर्ट को दिखाएँ। जल्दी जांच, जल्दी इलाज – यही जीत की कुंजी है।
लोकप्रिय टेलीविज़न अभिनेत्री हिना खान को स्तन कैंसर के तीसरे चरण का निदान हुआ है, जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा किया। हिना ने अपने प्रशंसकों को आश्वासन दिया कि वह दृढ़ संकल्पित और इस बीमारी को मात देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उनका इलाज पहले से ही शुरू हो चुका है, और वह इससे पहले से भी अधिक मजबूत बनकर उभरने के लिए दृढ़ हैं।
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