महिलाओं की मैराथन: क्या चाहिए और कैसे शुरू करें

अगर आप सोच रही हैं कि मैराथन कैसे शुरू करें, तो यह लेख आपके लिए है। हम आसान भाषा में बताएँगे कि शुरुआती दौर में क्या ध्यान देना चाहिए, कौन‑सी ट्रेनिंग मदद करती है और प्रतियोगिताओं में कैसे तैयारी करनी चाहिए।

पहला कदम: सही लक्ष्य और योजना बनाएं

मैराथन में भाग लेने से पहले यह जरूरी है कि आप अपने लक्ष्य को स्पष्ट रखें। 5 किमी से शुरू करके 10 किमी, फिर आधी दूरी और अंत में 42 किमी तक पहुँचना बेहतर योजना है। आप हर हफ्ते 3‑4 बार दौड़ें, तेज़ दौड़ और हल्की दौड़ दोनों को मिलाएँ।

एक सरल साप्ताहिक प्लान में दो दिन आसान रफ़्तार की दूरी, एक दिन अंतराल ट्रेनिंग (जैसे 400 मीटर तेज़‑दौड़, फिर 200 मीटर चलना) और एक दिन लंबी दूरी की दौड़ शामिल कर सकते हैं। इस तरह शरीर धीरे‑धीरे सहनशक्ति बनाता है और चोट का जोखिम कम रहता है।

ट्रेनिंग के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें

1. **जूतों का चयन** – सही जूते बहुत ज़रूरी है। किसी स्पोर्ट्स स्टोर में फुट प्रॉपर्टी जांच करवाएँ और आरामदायक जूते चुनें। 2. **पानी और पोषण** – दौड़ते समय पानी का सेवन नियमित रखें। लम्बी दूरी के लिए इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक मददगार होते हैं। दौड़ से पहले हल्का नाश्ता जैसे केले या दही लें। 3. **वॉर्म‑अप और स्ट्रेच** – हर ट्रेनिंग से पहले 5‑10 मिनट हल्का जॉगिंग और स्ट्रेच करें। इससे मसल्स तैयार होते हैं और चोट कम होती है। 4. **आराम और नींद** – शरीर को ठीक होने के लिये पर्याप्त नींद और आराम चाहिए। हर रात 7‑8 घंटे की नींद रखें। 5. **मन की तैयारी** – मैराथन में मानसिक ताकत भी उतनी ही जरूरी है। छोटे‑छोटे लक्ष्य बनाकर खुद को प्रोत्साहित करें, जैसे हर 5 किमी पर आराम का टाइम निर्धारित करना।

इन बुनियादी बातों को अपनाकर आप धीरे‑धीरे दूरी बढ़ा सकते हैं और अपनी गति भी बेहतर बना सकते हैं। महिलाओं के लिए खास बात यह है कि हार्मोनल बदलाव कभी‑कभी ऊर्जा स्तर को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए शरीर की सुनें और जरूरत पड़ने पर थोड़ा आराम करें।

अब जब आप ट्रेनिंग का बेसिक समझ गई हैं, तो अगले भाग में हम कुछ प्रेरक कहानियों और आगामी महिलाओं की मैराथन इवेंट्स पर नजर डालेंगे। भारत में महिलाओं के लिए कई बड़े मैराथन होते हैं – मुंबई दि‑वर्ल्ड हाफ‑मराथन, दिल्ली महिला मैराथन, और वाराणसी थॉम्पसन रिवर मैराथन। ये इवेंट न केवल दौड़ने का मौका देते हैं, बल्कि साथी एथलीटों से मिलकर नेटवर्क बनाने का अवसर भी।

अधिकांश इवेंट्स में शुरुआती रेस के लिए अलग से श्रेणी होती है, जहाँ नई धावक भी बिना दबाव के भाग ले सकती हैं। रजिस्ट्रेशन अक्सर ऑनलाइन खुलता है, तो जल्दी से अपना स्थान बुक करें। अगर आप पहली बार पूरी मैराथन में भाग लेना चाहती हैं, तो अखिर में “हाफ‑मार्थन” से शुरू करना सुरक्षित रहता है।अंत में एक छोटा टिप: अपनी प्रगति को नोट करें। एक ट्रेनिंग जर्नल में दूरी, समय और फीलिंग लिखें। बाद में देख कर आपको पता चलेगा कि किस दिन क्या किया और क्या सुधारना है। यह छोटा कदम आपके लक्ष्य को हासिल करने में बड़ा मदद करेगा।

तो अब देर किस बात की? जूते खरीदें, प्लान बनाएं और रोज़ थोड़ा‑थोड़ा आगे बढ़ें। महिलाओं की मैराथन आपके सपनों की दूरी को जितनी भी चुनौती देती है, उतनी ही रास्ते को आसान बनाती है। तैयार हैं? चलिए शुरू करते हैं!

सिफान हसन ने पेरिस ओलंपिक में जीता महिलाओं की मैराथन का स्वर्ण पदक

12 अगस्त 2024

नीदरलैंड्स की सिफान हसन ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की मैराथन का स्वर्ण पदक जीता है। 11 अगस्त, 2024 को हुए इस आयोजन में हसन ने अपने अद्वितीय धैर्य और कौशल का प्रदर्शन किया। उच्च तापमान और आर्द्रता के बीच भी उन्होंने अद्वितीय प्रदर्शन करते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया। यह जीत उनके ओलंपिक कैरियर की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में और इजाफा करती है।

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