अभी‑अभी कई बार इंटरनेट और समाचार में "कुरान जलाना" की खबरें आती रहती हैं। लोगों को इस बात से गुस्सा क्यों आता है, इसका कारण समझना आसान है: कुरान मुसलमानों की पवित्र किताब है, इसलिए इसे बेइज़्ज़ती से पेश करना बहुत बड़ा अपमान माना जाता है। इस लेख में हम बताते हैं कि भारत में इस मुद्दे से कैसे निपटा जाता है और आम जनता की क्या प्रतिक्रिया होती है।
भारत में कोई विशेष धारा नहीं है जो सिर्फ कुरान जलाने को ही दण्डित करे, लेकिन कई आम कानून इस तरह की हरकत को "धर्मभ्रम" या "हिंसा" के रूप में देख सकते हैं। सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला सेक्शन 295A (IPC) है, जिसमें ऐसी कोई चीज़ प्रकाशित करना या दर्शाना जो किसी धर्म के भावनाओं को ठेस पहुँचाए, पर सज़ा तय की गई है। फ़िर भी इस धारा को लागू करने में अक्सर दलीलें और प्रमाण की जरूरत पड़ती है।
अगर जलाने वाली हरकत सार्वजनिक रूप से की गई हो, तो पुलिस के पास उसे "हिंसक अथवा अस्थिर करने वाली कार्रवाई" (धारा 153A) के तहत भी ले जाना संभव है। इसके अलावा, यदि यह काम सोशल मीडिया पर किया गया हो, तो साइबरcrime एक्ट के तहत भी कानूनी कार्रवाई हो सकती है। कोर्ट का फैसला अक्सर इस बात पर निर्भर करता है कि क्या यह कार्य सार्वजनिक शांति को खतरे में डालता है या नहीं।
कुरान जलाने की खबर सुनते ही बड़े शहरों में अक्सर वैसे प्रदर्शन होते हैं जहाँ लोग विरोध में जुलूस निकाले जाते हैं। सोशल मीडिया पर भी हिट बैक लूप शुरू हो जाता है—कोई समर्थन में पोस्ट करता है तो कोई कड़वी प्रतिक्रिया देता है। कुछ मामलों में यह तनाव भड़का देता है और छोटे‑मोटे झगड़े भी हो जाते हैं।
देश के कई हिस्सों में इस तरह के मामलों को रोकने के लिए पुलिस प्री-इन्स्पेक्शन बढ़ा देती है, खासकर जब बड़े इवेंट या धार्मिक समारोह के पास होते हैं। साथ ही, धार्मिक संगठनों भी चेतावनी जारी करते हैं और जनता से सतर्क रहने को कहते हैं। अगर आप इन घटनाओं के आसपास हों तो भीड़ से दूर रहें और पुलिस के निर्देशों का पालन करें।
एक बात समझनी चाहिए – हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन किसी के धर्म को अपमानित करने के तरीके से वह अधिकार नहीं बचता। इसलिए, जब कोई कुरान जलाने की बात करता है तो इसका असर कानूनी और सामाजिक दोनों स्तर पर महसूस किया जाता है।
अगर आप इस विषय पर लिखना चाहते हैं या सोशल मीडिया पर शेयर करना चाहते हैं, तो पहले दो बार सोचें कि क्या यह किसी की भावनाओं को तोड़ता है और क्या इससे शांति बिगड़ सकती है। याद रखें, सुरक्षित और सम्मानजनक संवाद ही समाज को आगे ले जाता है।
स्वीडन में अपने विवादास्पद कुरान जलाने की घटनाओं से चर्चित सलवान मोमिका की अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना स्वीडन की सुरक्षा और अमेरिका-स्वीडन के कूटनीतिक संबंधों पर गहन प्रभाव डाल सकती है।
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