FASTag क्या है और क्यों ज़रूरी है?

FASTag एक रीडेबल RFID टैग है जो आपके वाहन के व्हील पर लगाया जाता है। जब भी आप किसी टोल प्लाज़ा से गुजरते हैं, टोल मशीन टैग को बिना रुकावट पढ़ लेती है, और रक्क़म आपके जुड़े अकाउंट से सीधे घट जाती है। इसका मतलब है कि आपको नकद लेकर लाइन में खड़े रहने की जरूरत नहीं, बस टोल पास करते ही यात्रा जारी रहती है।

भारत में अब लगभग हर राष्ट्रीय हाईवे पर FASTag अनिवार्य हो गया है, इसलिए अगर आप अक्सर लंबी दूरी की ड्राइव करते हैं, तो इसे लेना फ़ायदेमंद है। टैग नहीं होने पर आपको टोल का अतिरिक्त शुल्क भी भरना पड़ सकता है।

FASTag के प्रमुख लाभ

1. समय की बचत – टोल बूथ पर लाइन्स नहीं, सीधा पास।
2. सुरक्षित लेन‑देने – नकद नहीं, इसलिए चोरी या हेरफेर की संभावना कम।
3. किफ़ायती रेट – टैग‑आधारित टोल दर अक्सर नगद दर से सस्ती होती है।
4. ऑनलाइन रिचार्ज – पेटीएम, गूगल पे, या बैंक ऐप से तुरंत बैलेंस जोड़ सकते हैं।
5. कनेक्टेड सेवा – टैग के साथ यात्रा का रिकॉर्ड, इनक्रीमेंटल रिवॉर्ड्स और रिफंड आसान होते हैं।

हाइवे पर ट्रैफ़िक जाम की समस्या भी कम होती है, क्योंकि टोल कलेक्शन तेज़ हो जाता है। कई लोगों ने बताया कि यात्रा के दौरान कम थकान और तनाव महसूस होता है क्योंकि उन्हें बार‑बार रुक‑रुक कर भुगतान नहीं करना पड़ता।

FASTer टैग कैसे प्राप्त करें और रिचार्ज करें?

FASTag खरीदने के कई आसान तरीके हैं। बैंक शाखा, पेट्रोल पम्प, या ऑनलाइन पोर्टल पर आप इसे ले सकते हैं। अधिकांश प्रमुख बैंक्स – जैसे एचडीएफसी, एचडब्ल्यू, आईसीआईसीआई – और पेट्रोल और डिज़ेल स्टेशन पर FASTag के कियोस्क मौजूद हैं।

खरीदते समय आपको अपना वाहन रेज़िस्ट्रेशन, पहचान प्रमाण (आधार कार्ड) और पासपोर्ट साइस फ़ोटो देना होता है। टैग प्राप्त होने के बाद, इसे रजिस्टर करना जरूरी है; इसके लिए आप बैंक के मोबाइल ऐप या FASTag पोर्टल पर अपने वाहन की डिटेल्स डालें।

रिचार्ज करने में भी कई विकल्प हैं:

  • बैंक ऐप – सीधे अकाउंट से पैसे ट्रांसफ़र।
  • डिजिटल वॉलेट – पेटीएम, फोनपे, गूगल पे।
  • ऑफ़लाइन – पेट्रोल पम्प के कियोस्क पर रिचार्ज क्युरिया।

रिचार्ज करते समय ध्यान रखें कि बैलेंस कम न हो; अगर टैग पर पर्याप्त पैसा नहीं रहेगा, तो आप टोल प्लाज़ा में “इंसफ़िकिएंट फ़ंड” की वजह से अतिरिक्त चार्ज देख सकते हैं। इसलिए रिचार्ज रिमाइंडर सेट कर लेना एक अच्छा आइडिया है।

एक बात और – अगर आपका टैग कहीं खो जाए या खराब हो जाए, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें। अधिकांश बैंक्स तुरंत नया टैग इश्यू कर देते हैं, और पुराने टैग से लेन‑देने बंद कर देते हैं, जिससे किसी भी अनधिकृत ट्रांज़ैक्शन का जोखिम नहीं रहता।

सारांश में, FASTag सिर्फ एक टोल पेमेंट उपकरण नहीं, बल्कि आपके यात्रा अनुभव को तेज़, सुरक्षित और किफ़ायती बनाने का तरीका है। अगर आप अभी तक नहीं ले रहे हैं, तो आज ही निकटतम पेट्रोल पम्प या बैंक शाखा से FASTag लेकर अपने अगले रॉड ट्रिप को फ़्लुइड बनाएं।

FASTag वार्षिक पास: 15 अगस्त से ₹3,000 में 200 ट्रिप या 1 साल तक टोल की फ्रीडम

19 जून 2025

अब नेशनल हाईवे पर निजी गाड़ी से 200 ट्रिप या पूरे एक साल तक सिर्फ 3,000 रुपये देकर सफर किया जा सकेगा। FASTag आधारित नए वार्षिक पास की शुरुआत 15 अगस्त 2025 से होगी, जिससे टोल पर मिलने वाली छुट और सफर में सुगमता बढ़ेगी।

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