बाजार गिरावट के समय समझदार निवेश के कदम

बाजार गिरता है तो कई लोग घबराते हैं, पर सही सोच से नुकसान कम किया जा सकता है। सबसे पहले यह समझें कि गिरावट हमेशा बर्निंग इंसीडेंट नहीं, बल्कि अक्सर अस्थायी बदलाव होते हैं। जब भाव नीचे होते हैं, तो भावी वृद्धि की संभावना भी बढ़ती है। इसलिए डर के बजाय डेटा पर भरोसा करें।

क्यों गिरता है बाजार?

बाजार गिरने के कई कारण होते हैं—इन्फ्लेशन, ब्याज दर बढ़ना, ग्लोबल इवेंट या कंपनी की कमाई में गिरावट। जब सरकारी नीतियां कड़ी होती हैं या विदेशी बाजार में टेंशन बढ़ता है, तो निवेशकों की भरोसा कम हो जाता है और वे पूंजी को निकाल लेते हैं। इस समय छोटी‑छोटी खबरों पर तुरंत प्रतिक्रिया न दें; बड़े चित्र को देखें।

गिरावट में क्या करना चाहिए?

1. पोर्टफ़ोलियो में विविधता रखें—सिर्फ एक सेक्टर या स्टॉक में नहीं। अगर कुछ गिरता है तो बाकी सेक्टर कवर कर सकते हैं। 2. स्थिर निवेश विकल्प देखें जैसे सोना, सरकारी बॉन्ड या मनी मार्केट फंड। ये कम रिटर्न देते हैं पर जोखिम कम रखते हैं। 3. उच्च गुणवत्ता वाले शेयरों में निवेश—भले ही कीमत नीचे हो, लेकिन कंपनी की बुनियादी ताकत मजबूत हो, जैसे बड़ी बैंक या उपभोक्ता स्टॉक्स। 4. ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी पर पुनर्विचार—गिरती कीमतों पर स्टॉप‑लोसेस सेट करें ताकि नुकसान सीमित रहे। 5. लॉन्ग टर्म प्लान रखें—अगर आप युवा हैं और समय लंबा है, तो किरकिरे गिरावट को झेलकर बाद में बड़ा रिटर्न मिल सकता है।

एक छोटा लेकिन असरदार कदम है निवेश का नियमित रूप से समीक्षा करना। हर महीने पोर्टफ़ोलियो के प्रदर्शन को देखिए और जरूरत पड़े तो रीस्ट्रक्चर करें। बिल्कुल भी एक ही स्टॉक को सभी पैसे नहीं देना चाहिए।

यदि आप अभी शुरू कर रहे हैं, तो पहला कदम है सरल फंड्स में निवेश—इंडेक्स फंड या एटीएम फंड। इनका प्रबंधन प्रोफेशनल होते हैं और वे बाजार के उतार‑चढ़ाव को संभालते हैं। धीरे‑धीरे आप अपने जोखिम सहिष्णुता को समझकर व्यक्तिगत शेयरों में कदम रख सकते हैं।

अंत में, यह याद रखें कि बाजार गिरावट केवल एक चक्र है। सही जानकारी, धैर्य और योजना से आप इस चक्र को अपने फायदेमंद बना सकते हैं। आज ही अपने पोर्टफ़ोलियो को चेक करें और ऊपर बताए कदम अपनाएँ, बाजार की लहरों को पैकेजिंग से नहीं, समझदारी से पार करें।

बिटकॉइन की कीमत 50,000 डॉलर पर गिरी, निवेशकों की उम्मीदें टूटीं

5 अगस्त 2024

बिटकॉइन की कीमत भारी गिरावट के चलते 50,000 डॉलर तक पहुंच गई है, जिससे निवेशकों और ट्रेडर्स की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। यह गिरावट वैश्विक आर्थिक अस्थिरता और अन्य डिजिटल परिसंपत्तियों की गिरावट के चलते हुई है, जिससे क्रिप्टो बाजार की स्थिरता पर सवाल खड़े हो गए हैं।

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