आईसीसी महिला T20 वर्ल्ड कप 2024 अब निर्णायक मोड़ पर है। ग्रुप बी में शीर्ष पर काबिज इंग्लैंड महिला टीम अपना 17वां मैच 13 अक्टूबर को शारजहां क्रिकेट स्टेडियम में स्कॉटलैंड से खेलेगी। सीधे बोलें तो, सेमीफाइनल की रेस में इंग्लैंड कुछ कदम दूर है, लेकिन एक बड़ी जीत से वो ना सिर्फ अपनी स्थिति पक्की कर सकती है, बल्कि महिला T20 वर्ल्ड कप की सेमीफाइनल की संभावनाएं लगभग तय कर लेगी। ये मैच दोपहर 3:30 बजे शुरू होगा, और इंग्लैंड के लिए सिर्फ जीत महत्व नहीं रखती, बल्कि नेट रन रेट (NRR) भी बड़ा फैक्टर है।
इंग्लैंड की कप्तान हीथर नाइट ने अपनी टीम को शुरू से आक्रामक रुख में रखा है। पिछले दोनों मुकाबलों में इंग्लैंड ने विरोधियों पर दबदबा बनाते हुए जीत हासिल की है। चौकाने वाली बात यह रही कि नट स्किवर-ब्रंट और डेनियल वायट-हॉज जैसे ओपनर लगातार रन बना रही हैं। पिछली बार स्कॉटलैंड के खिलाफ माया बूशियर ने नाबाद 62 रन बना मैच ही पलट दिया। डेनियल वायट-हॉज की 26 बॉल में 51 रन ने इंग्लैंड के दमखम को और मजबूत किया। गेंदबाजी में सारा ग्लेन और सोफी एक्सलेस्टन ने पॉवरप्ले में विकेट चटकाकर विपक्षियों को कभी सेट नहीं होने दिया। टीम की गहराई साफ दिखती है—टॉप-ऑर्डर फेल भी हो जाए, तो मिडिल ऑर्डर में रनों की बारिश हो जाती है।
दूसरी ओर, स्कॉटलैंड के लिए सामने सीधी दीवार है। तीनों मैच गंवा चुकी स्कॉटलैंड की कप्तान कैथरीन ब्राइस भले ही 33 रन जैसी जुझारू पारी खेल गई हो, पर सपोर्ट सिस्टम कमजोर रहा। सारा ब्राइस के 27 रन के बावजूद टीम लंबी साझेदारी नहीं कर पाई। फील्डिंग में भी बार-बार लापरवाही हो रही है, जिससे विपक्षी टीमों को मौकों का फायदा मिल रहा है। इस वर्ल्ड कप में स्कॉटलैंड की कोशिश अब बस यही है कि टीम बेहतरी की ओर बढ़े और दूसरे टूर्नामेंट्स के लिए सबक लेकर जाए।
अगर स्कॉटलैंड एक जोरदार प्रदर्शन करती है तो उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा, और अपने खेल से नए पैमाने तय कर सकती है। हालांकि, इसका असर ग्रुप बी की अंक तालिका पर उतना नहीं पड़ेगा। इंग्लैंड की नजरें दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज पर बनी हुई हैं, खासकर NRR की दौड़ में। वो अगले मैच में वेस्टइंडीज से भिड़ेंगे, जो खुद भी सेमीफाइनल की होड़ में है। इंग्लैंड चाहेगी कि स्कॉटलैंड पर बड़ी जीत के साथ वो न सिर्फ अंक तालिका में मजबूती से रहे, बल्कि आगे की राह भी आसान हो जाए।
शारजहां की पिचों पर पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को थोड़ी बढ़त मिलती है, लेकिन रात में ओस पड़ने के चलते बाद में रन चेज थोड़ा आसान हो जाता है। ऐसे में टॉस का फैसला भी खास मायने रखेगा। अगर इंग्लैंड पहले बल्लेबाजी करता है तो बड़ा स्कोर खड़ा करने की कोशिश करेगा। वहीं स्कॉटलैंड के लिए दबाव में खेलने का फायदा भी मिल सकता है क्योंकि खोने के लिए अब कुछ नहीं है।
इस मुकाबले से इंग्लैंड जहां अपनी सेमीफाइनल की उम्मीदें पुख्ता करना चाहती है, वहीं स्कॉटलैंड अपने खिलाड़ियों का अनुभव बढ़ाने और खेल में सुधार लाने पर फोकस रखेगी। दुनियाभर की निगाहें अब इस मुकाबले और आगे की रणनीतियों पर हैं।