इशान किशन के शतक से भारत सी की शानदार शुरुआत, दुलीप ट्रॉफी में धमाकेदार प्रदर्शन

12 सितंबर 2024
इशान किशन के शतक से भारत सी की शानदार शुरुआत, दुलीप ट्रॉफी में धमाकेदार प्रदर्शन

इशान किशन के शतक से भारत सी की धमाकेदार शुरुआत

दुलीप ट्रॉफी 2024/25 के चौथे मैच में भारत सी ने भारत बी के खिलाफ बेहतरीन बैटिंग प्रदर्शन किया। यह रोमांचक मुकाबला आंनतपुर के रूरल डेवलपमेंट ट्रस्ट स्टेडियम बी में 12 से 15 सितंबर 2024 के बीच खेला गया। भारत बी ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का निर्णय लिया। इस निर्णय ने उन्हें शुरुआत में कुछ लाभ तो दिया, लेकिन इशान किशन के शानदार शतक ने भारत सी को मजबूती से खड़ा कर दिया।

इशान किशन की शानदार वापसी

इशान किशन, जिन्होंने रेड बॉल क्रिकेट में वापसी की, ने 126 गेंदों में 111 रन बनाकर महत्वपूर्ण पारी खेली। उनकी इस पारी में 13 चौके और 2 छक्के शामिल थे। यह शतक उनकी फॉर्म में वापसी का प्रतीक था और उन्होंने एक बार फिर साबित किया कि वे बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं। उनकी इस पारी ने उनकी टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया और दर्शकों को भी रोमांचित कर दिया।

अन्य बल्लेबाजों का योगदान

इशान किशन के अलावा बाबा इंद्रजीत ने भी शानदार पारी खेली। उन्होंने 136 गेंदों में 78 रन बनाए और टीम को स्थिरता प्रदान की। उनके अनुभव और संयमित बल्लेबाजी ने टीम के लिए महत्वपूर्ण रन जोड़े। इसके साथ ही एक खिलाड़ी ने नाबाद रहते हुए 50 गेंदों पर 46 रन बनाए, जो अंत के ओवरों में टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हुए।

भारत सी की पारी

भारत सी ने 79 ओवरों में 5 विकेट खोकर कुल 357 रन बनाए। इस पारी में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका इशान किशन की रही, जिन्होंने अपने शतक की मदद से टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। उनके अलावा अन्य बल्लेबाजों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया और टीम को पारी में गति देने में मदद की।

भारत बी की गेंदबाजी

भारत बी की गेंदबाजी में सबसे प्रभावी रहे मुकेश कुमार। उन्होंने 76 रन देकर 3 महत्वपूर्ण विकेट लिए। उनकी गेंदबाजी ने भारतीय सी टीम को दबाव में रखने का प्रयास किया, लेकिन इशान किशन और इंद्रजीत की कुशलता ने उन सबका अच्छी तरह से सामना किया।

दुलीप ट्रॉफी का महत्व

दुलीप ट्रॉफी भारतीय घरेलू क्रिकेट का एक प्रतिष्ठित प्रतियोगिता है, जिसमें देश के शीर्ष क्रिकेटरों का प्रदर्शन देखने को मिलता है। यह टूर्नामेंट न केवल खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का मौका देता है, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय टीम में चुनाव के लिए भी तैयार करता है। इस प्रकार के मैच खिलाड़ियों की मानसिक और शारीरिक क्षमता की परीक्षा लेते हैं और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार करते हैं।

मैच का आगामी भविष्य

भारत सी की इस मजबूत शुरुआत ने मैच को और भी रोमांचक बना दिया है। अगले तीन दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारत बी वापसी कर पाएगा या भारत सी अपनी बढ़त को बरकरार रखेगा। इस प्रकार के मैच उत्साह और ऊर्जा से भरपूर होते हैं और प्रशंसकों के लिए खेल का आनंद दोगुना कर देते हैं।

खिलाड़ियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन के साथ-साथ टीम की सामूहिकता भी महत्वपूर्ण होती है। इशान किशन और अन्य बल्लेबाजों का योगदान निश्चित रूप से टीम की जीत में महत्वपूर्ण होगा। इसके साथ ही यह दुलीप ट्रॉफी का मुख्य उद्देश्य भी रहता है कि खिलाड़ियों को अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिले और वे भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार हो सकें।

11 टिप्पणि

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    Ambica Sharma

    सितंबर 14, 2024 AT 22:48

    इशान किशन ने तो बस एक शतक नहीं, बल्कि अपने सारे संदेहों को धूल चटा दी! जब लोग कह रहे थे कि वो टी20 के बाद रेड बॉल में नहीं चलेंगे, उन्होंने बस बल्ला उठाया और सबको चुप करा दिया।

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    amrit arora

    सितंबर 15, 2024 AT 20:53

    इशान की यह पारी सिर्फ रनों की बात नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है। जब एक खिलाड़ी अपने अंदर के डर को जीत लेता है, तो वो सिर्फ टीम के लिए नहीं, बल्कि पूरे घरेलू क्रिकेट के लिए प्रेरणा बन जाता है। ये शतक एक बच्चे के सपने की तरह है - जो अब वास्तविकता हो गया।

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    Hitender Tanwar

    सितंबर 16, 2024 AT 05:30

    111 रन? बस एक शतक लगा दिया। अब बताओ, इस शतक के बाद उसने कितने ओवर गेंदबाजी की? क्या वो वाकई टेस्ट के लिए तैयार है या फिर सिर्फ डुलीप ट्रॉफी में चमक रहा है?

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    Sharmila Majumdar

    सितंबर 16, 2024 AT 23:41

    इशान की बल्लेबाजी में एक गहराई थी - जो आजकल के जवान बल्लेबाजों में दुर्लभ है। उन्होंने गेंद को नहीं, बल्कि गेंदबाज के मन को हराया। उनकी शॉट्स का चयन भी बहुत विवेकपूर्ण था।

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    Gowtham Smith

    सितंबर 17, 2024 AT 09:53

    दुलीप ट्रॉफी में शतक बनाना आसान है - जहां गेंदबाजी दूसरे दर्जे की होती है। अगर वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐसा करता तो बात अलग होती। ये सिर्फ घरेलू टूर्नामेंट का बड़ा बाज़ारी बयान है।

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    Shivateja Telukuntla

    सितंबर 19, 2024 AT 02:47

    बाबा इंद्रजीत की पारी भी नज़रअंदाज़ नहीं की जानी चाहिए। उनकी शांति और धैर्य ने इशान को बल्ला घुमाने का मौका दिया। ये टीम वर्क है, न कि सिर्फ एक नायक की कहानी।

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    Muneendra Sharma

    सितंबर 20, 2024 AT 16:59

    भारत बी की गेंदबाजी में मुकेश कुमार का नाम अच्छा रहा, लेकिन उन्हें अभी भी बार-बार बाहर निकालने के लिए एक तरह का रास्ता ढूंढना पड़ता है। उनकी लंबी लाइन और धीमी गति आज ज्यादा फायदा नहीं दे पाई।

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    rashmi kothalikar

    सितंबर 20, 2024 AT 23:04

    इशान किशन ने जो किया, वो देश के नाम पर है। जो लोग इसे छोटा समझते हैं, वो नहीं जानते कि घरेलू क्रिकेट कितना ज़रूरी है। ये बच्चे हमारे भविष्य हैं - और उन्हें इज्ज़त दो!

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    vinoba prinson

    सितंबर 22, 2024 AT 00:26

    इशान के शतक की तुलना विराट कोहली के शतकों से करना अभी बहुत जल्दी है। एक दुलीप ट्रॉफी मैच का एक शतक नहीं, बल्कि टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया गया शतक ही वास्तविक परीक्षा है। ये सब तो बस अभ्यास का एक चरण है।

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    pritish jain

    सितंबर 22, 2024 AT 14:54

    इशान की पारी के बाद जो बात आंखों में आती है, वो है उनकी गेंदबाजी के खिलाफ आत्मविश्वास। वो बिना डर के फ्रंट फुट और बैकफुट दोनों शॉट्स खेल रहे थे। ये निश्चित रूप से टेस्ट टीम के लिए एक बड़ा पॉजिटिव सिग्नल है।

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    Shailendra Thakur

    सितंबर 22, 2024 AT 21:56

    इशान किशन की इस पारी के बाद जो भी अब उन्हें टीम इंडिया के लिए नहीं चुनेंगे, वो न सिर्फ एक खिलाड़ी को नहीं, बल्कि घरेलू क्रिकेट के आत्मविश्वास को भी नीचा दिखा रहे हैं। बस इंतज़ार करो - वो जल्द ही टीम इंडिया में आ जाएंगे।

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