करुण नायर की IPL में वापसी: इतिहास दोहराने की जिद
तीन साल तक क्रिकेट से दूर रहने के बाद जब कोई खिलाड़ी IPL जैसे मंच पर उतरता है, तो उम्मीदों का बोझ और आलोचनाओं का शोर दोनों उसका पीछा नहीं छोड़ते। करुण नायर इन्हीं हालात में मैदान पर आए थे। दिल्ली कैपिटल्स के लिए मुंबई इंडियंस के खिलाफ 89* रन की शानदार पारी ने न सिर्फ फैंस को चौंका दिया, बल्कि टी20 क्रिकेट में उनके करियर का नया पट खोल दिया।
नायर के बल्ले से निकले 40 गेंदों में 12 चौके और 5 छक्के, जिसमें गेंदबाजों की धज्जियां उड़ती दिखीं। क्या आपको याद है आखिरी बार उन्होंने IPL मैच कब खेला था? 2022 में। और तब से उन्हें टीम चयन, फार्म और खुद से जूझना पड़ा। दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने उन्हें 2025 के ऑक्शन में खरीदा और उन्होंने घरेलू क्रिकेट—विजय हजारे ट्रॉफी में 779 रन, रणजी में 863 रन और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 177.08 के स्ट्राइक रेट से रन बनाकर खुद को साबित किया।
मुंबई के खिलाफ दबाव और बहती भावनाएं
दिल्ली को जीत के लिए 206 रन चाहिए थे और पारी के हालात बिगड़े हुए थे। ऐसे में नायर की इंटेंट देखते ही बन रही थी, खास तौर से जब उन्होंने जसप्रीत बुमराह जैसे धाकड़ गेंदबाज के खिलाफ 9 गेंदों में 26 रन उड़ाए। ऐसी आक्रामकता, जिसमें एक 83 मीटर लंबा छक्का और इनसाइड-आउट के सामने बेखौफ शॉट्स भी थे। इस पारी ने 2016 में उनके ट्रिपल सेंचुरी वाले टेस्ट की याद भी ताजा कर दी—इस बार हालांकि फॉर्मेट छोटा था लेकिन बड़ा इरादा बरकरार।
यहां सिर्फ आंकड़ों की बात नहीं हो रही। उस खिलाड़ी के जुनून की बात हो रही है, जिसका 2022 में एक सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हो गया था—'एक मौका और चाहिए!' यह पोस्ट फिर ट्रेंड करने लगी, जब नायर की पारी ने कहा, 'हां, मैंने मौका पकड़ लिया!'
टीम भले 12 रन से हार गई, लेकिन नायर का 22 गेंदों में हाफ सेंचुरी बनाना और टीम के लिए पावर हिटर की भूमिका निभाना दिल्ली के प्ले-ऑफ की तैयारियों में ताजा स्फूर्ति ले आया। नई ऊर्जा के साथ मैदान में उतरे नायर ने अपने IPL करियर में नई उम्मीद जगा दी है—अब दिल्ली की नजरें भी उम्मीद से उन्हीं पर हैं, क्योंकि ये कहानी अभी खत्म नहीं हुई।
Rajveer Singh
अप्रैल 18, 2025 AT 16:49ये आदमी तो बस एक बल्लेबाज नहीं, एक जिद्दी भगवान है! तीन साल बाद वापसी और बुमराह के खिलाफ 26 रन? ये नायर का नहीं, पूरे भारत का वापसी का संदेश है! जब दुनिया भूल जाती है, तो असली लोग अपने बल्ले से याद दिला देते हैं। ये नहीं कि वो जीत गए, बल्कि वो अपने आप को फिर से बना लिया! ये टी20 नहीं, ये इतिहास बन रहा है।
Ankit Meshram
अप्रैल 19, 2025 AT 14:2889* बनाया और फिर भी हार? लेकिन जीत तो दिल में है।
Shaik Rafi
अप्रैल 21, 2025 AT 04:28करुण की ये पारी बस एक बल्लेबाजी नहीं, एक आत्मा की आवाज है। हम सब अपने जीवन में तीन साल खो बैठते हैं - बीमारी, निराशा, या बस इंतजार। लेकिन जब वो बल्ला उठाता है, तो वो कहता है - अभी भी समय है। ये टी20 क्रिकेट नहीं, ये जीवन का एक अध्याय है जो फिर से शुरू हो रहा है। कभी-कभी जीत नहीं, बल्कि वापसी ही सबसे बड़ी जीत होती है।
Ashmeet Kaur
अप्रैल 21, 2025 AT 18:45दिल्ली के लिए ये सिर्फ एक मैच नहीं, एक नए युग की शुरुआत है। करुण का स्ट्राइक रेट 177 है? ये तो बस शुरुआत है। अगर वो इसी तरह खेलता रहा, तो फिर बुमराह के खिलाफ भी लोग डरने लगेंगे। और हां, वो पोस्ट 'एक मौका और चाहिए!' - अब वो पोस्ट एक नारा बन गई है।
Nirmal Kumar
अप्रैल 22, 2025 AT 22:07इस पारी का सबसे बड़ा असर ये है कि अब लोग सिर्फ रन नहीं, बल्कि रिटर्न की कहानी देख रहे हैं। नायर ने एक ऐसा नमूना दिखाया जिसे हर उस इंसान को देखना चाहिए जो बार-बार गिर रहा है। ये फॉर्म नहीं, ये फिर से खड़े होने की इच्छा है। और अगर ये भारतीय क्रिकेट की जाति है, तो ये नायर का अपना तरीका है उसे नए आयाम देने का।
Sharmila Majumdar
अप्रैल 24, 2025 AT 11:48तुम सब ये बातें कर रहे हो, लेकिन क्या किसी ने देखा कि उसने 22 गेंदों में हाफ सेंचुरी बनाई और फिर भी टीम हार गई? ये बहुत अजीब है। अगर वो इतना अच्छा है, तो फिर टीम क्यों नहीं जीती? ये लोग सिर्फ भावनाओं में खो गए हैं।