भारत की पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के लिए इंटरव्यू: गौतम गंभीर और डब्ल्यू वी रमन

19 जून 2024
भारत की पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के लिए इंटरव्यू: गौतम गंभीर और डब्ल्यू वी रमन

भारत की पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के लिए इंटरव्यू

क्रिकेट के मैदान पर अपनी बल्लेबाजी का जलवा दिखाने के बाद अब गौतम गंभीर और डब्ल्यू वी रमन भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के लिए मैदान में उतर आए हैं। 18 जून को दोनों पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाजों का इंटरव्यू क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) द्वारा लिया गया। यह समृद्ध कार्यवाही वर्चुअल माध्यम से आयोजित की गई थी।

समिति की अध्यक्षता पूर्व भारतीय बल्लेबाज अशोक मल्होत्रा ने की, जिसमें उनके साथ सलक्षना नाईक और जतिन परांजपे भी शामिल थे। दोनों उम्मीदवारों ने अपनी प्रस्तुतियों से समिति को प्रभावित किया और कोच पद के लिए अपनी योग्यताओं का प्रमाण दिया।

डब्ल्यू वी रमन का अनुभव

डब्ल्यू वी रमन का अनुभव क्रिकेट के कई स्तरों पर फैला हुआ है। उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट टीम, राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी और विभिन्न राज्य टीमों के कोच के रूप में सेवा दी है। उनकी इस व्यापक अनुभव ने उन्हें इस इंटरव्यू के लिए स्वत: ही एक स्पष्ट पसंद बना दिया। रमन का टीम प्रबंधन और खिलाड़ियों को गाइड करने का अनूठा तरीका उन्हें एक आदर्श उम्मीदवार बनाता है।

गौतम गंभीर की कोचिंग में उपलब्धियाँ

गंभीर के पास हालांकि सीमित कोचिंग अनुभव है, खासकर टेस्ट और वनडे फार्मेट में, लेकिन उनकी IPL में असाधारण सफलता ने उन्हें इस पद के लिए मुख्य उम्मीदवार बना दिया है। IPL 2022 और 2023 में वे लखनऊ सुपर जायंट्स के टीम मेंटर रहे और उनके नेतृत्व में कोलकाता नाइट राइडर्स ने IPL खिताब भी जीता। गंभीर की तत्परता और उनकी टीम को जीत की राह पर लाने की क्षमता ने BCCI और CAC का ध्यान उनकी ओर खींचा है।

इंटरव्यू प्रक्रिया और भविष्य के कदम

BCCI ने इस पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे, जिसमें तीन और आधे साल की अवधि का उल्लेख था। इस अवधि का आरंभ 1 जुलाई से होगा। CAC ने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के पद के लिए भी शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया। इनमें मिथुन मनहास, अजय रात्रा और रीतिंदर सिंह सोढ़ी शामिल थे। मनहास को चयन समिति में शामिल किए जाने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।

अब जबकि इंटरव्यू प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है, BCCI और CAC दोनों ही गंभीर की नियुक्ति पर मजबूती से विचार कर रहे हैं।गौतम गंभीर की कोचिंग में उपलब्धियाँ और उनका खेल समझने का अलग अंदाज उन्हें इस भूमिका के लिए सबसे उपयुक्त बनाता है। वहीं, रमन का अनुभव भी किसी से कम नहीं है और उनके नाम की भी चर्चा जारी है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम का अगला मुख्य कोच बनेगा और टीम को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।

इस पद के लिए नियुक्ति की घोषणा जल्द ही की जाएगी और इसके साथ ही क्रिकेट प्रेमियों की नजरे इस पर टिकी रहेंगी कि क्या बदलाव और नई रणनीतियां भारतीय टीम के खेल में दिखाई देंगी।

10 टिप्पणि

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    Ankit Meshram

    जून 21, 2024 AT 03:12
    गंभीर ही होना चाहिए। बस इतना ही।
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    rashmi kothalikar

    जून 21, 2024 AT 17:46
    रमन को चुनना बिल्कुल गलत होगा। हमारी टीम को एक असली भारतीय चाहिए जो खेल की आत्मा को समझता हो। रमन तो सिर्फ ट्रेनिंग के फॉर्मूले जानते हैं, लेकिन दिल से खेलने का जज्बा नहीं।
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    vinoba prinson

    जून 23, 2024 AT 05:58
    इस चर्चा में एक अहम बात छूट रही है - कोचिंग का मतलब सिर्फ टेक्निकल एक्सपर्टीज नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के मानसिक दबाव को समझने की क्षमता है। गंभीर की आईपीएल की बात तो चल रही है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनकी रणनीति का क्या? वह तो बस टीम को अल्ट्रा-एक्शन मोड में डाल देते हैं, जबकि टेस्ट क्रिकेट में धैर्य की जरूरत होती है।
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    Shailendra Thakur

    जून 23, 2024 AT 13:26
    दोनों ही बहुत अच्छे हैं। गंभीर की एनर्जी और रमन का अनुभव - दोनों का मिश्रण ही सही होगा। शायद एक साथ कोचिंग स्टाफ बना दिया जाए? कोई नियम नहीं है कि एक ही आदमी सब कुछ करे।
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    Muneendra Sharma

    जून 24, 2024 AT 03:53
    मुझे लगता है कि गंभीर की अपील इसलिए है क्योंकि वो खुद एक बड़ा खिलाड़ी रहे हैं। लेकिन क्या खिलाड़ी बनने का अनुभव ही कोच बनने का गारंटी देता है? रमन ने तो महिला टीम को भी बदल दिया। उनके तरीके ज्यादा विज्ञान पर आधारित हैं।
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    Sumeet M.

    जून 24, 2024 AT 23:40
    रमन को चुनने वाले बिल्कुल बेवकूफ हैं! गंभीर के बिना भारत की टीम अंधेरे में रहेगी! आईपीएल में जो जीत हुई वो बस खेल का नहीं, बल्कि दिमाग का जीत है! रमन के पास तो सिर्फ रिपोर्ट्स और डेटा है, जबकि गंभीर के पास वो जुनून है जो टीम को जीत पर मजबूर कर देता है!!!
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    Kisna Patil

    जून 25, 2024 AT 19:22
    कोच बनने का मतलब है नए खिलाड़ियों को बनाना। रमन ने अकादमी में बच्चों को बेसिक्स सिखाए हैं। गंभीर ने तो अपने टीम को खिताब दिलाया। दोनों अलग-अलग तरह के योगदान दे रहे हैं। इस फैसले में भावनाओं को नहीं, टीम की लंबी अवधि की जरूरतों को देखना चाहिए।
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    ASHOK BANJARA

    जून 26, 2024 AT 18:04
    इस फैसले का मूल सवाल यह है कि हम किस तरह की टीम बनाना चाहते हैं? एक जो तुरंत जीते, या एक जो टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहचान बनाए? गंभीर तो एक विजेता हैं, लेकिन रमन एक निर्माता हैं। इतिहास दिखाता है कि जिन टीमों ने लंबे समय तक शीर्ष पर रहना था, उनके पास निर्माता थे - न कि सिर्फ विजेता।
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    Sahil Kapila

    जून 28, 2024 AT 08:51
    गंभीर को चुनो वरना टीम फिर से बर्बाद हो जाएगी और फिर भी हम बहस करते रहेंगे कि कौन सही था रमन या गंभीर अब तो बस गंभीर को दे दो और आगे बढ़ जाओ ये बहस तो बच्चों जैसी है
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    Anand Itagi

    जून 28, 2024 AT 12:18
    अगर गंभीर चुन लिए जाते हैं तो रमन को अकादमी या विकास टीम का सुपरवाइजर बना दें ताकि दोनों की ताकत का फायदा मिले अगर रमन चुन लिए जाते हैं तो गंभीर को एक्सेलेंस के लिए कंसल्टेंट बना दें ये बहुत बेहतर होगा

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