असिफ अफरीदी की विवादित टेस्ट डेब्यू, पाकिस्तान के 38‑39 साल के दूसरे सबसे बड़े खिलाड़ी

20 अक्तूबर 2025
असिफ अफरीदी की विवादित टेस्ट डेब्यू, पाकिस्तान के 38‑39 साल के दूसरे सबसे बड़े खिलाड़ी

जब असिफ अफरीदी, 38‑या 39‑साल के उम्र वाले बाएँ‑हाथ के स्पिनर, ने पाकिस्तान नेशनल क्रिकेट टीम के लिए टेस्ट जर्सी पहली बार पहनी, तो इस खबर ने पूरे क्रिकेट प्रेमियों को हिला कर रख दिया। यह "दूसरा टेस्ट" मंगलवार, 20 अक्टूबर 2025 को रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम, रावलपिंडी (पंजाब) में शुरू हुआ, जहाँ पाकिस्तान को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपनी लाइन‑अप में बड़ा बदलाव करना पड़ा।

पिछला इतिहास और उम्र‑संदेह

असिफ का पूरा नाम असिफ अफरीदी ही है, लेकिन उनके वास्तविक जन्मदिन को लेकर मीडिया में असमानता है। Pakistan Today और Rediff ने कहा कि वह 39 साल के हैं, जबकि The Indian Express और The Daily Jagran ने 38 कहा। आधिकारिक जन्म तिथि अभी तक पीसीबी (Pakistan Cricket Board) ने प्रकाशित नहीं की है, इसलिए यह उम्र‑विवाद बना हुआ है।

स्पॉट‑फिक्सिंग बैन और वापसी

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड, जो पीसीबी के नाम से जानी जाती है, ने 2023‑24 के घरेलू सीज़न में असिफ को "स्पॉट‑फिक्सिंग" के आरोपों में एक साल की सजा दी थी। लेकिन उसने केवल छह महीने ही सर्व किया, जैसा कि Pakistan Today रिपोर्ट करता है। वहीं The Indian Express ने बताया कि वह दो साल की सजा पूरी कर चुका है। इस असंगतियों को लेकर पीसीबी ने अभी तक कोई सार्वजनिक स्पष्टीकरण नहीं दिया।

टेस्ट टीम में चयन: रणनीतिक बदलाव

दूसरे टेस्ट में, हेड कोच आगा जहीद और मुख्य चयनकर्ता मोहम्मद वासिम ने युवा लेग‑स्पिनर अब्रर अहमद को छोड़ कर असिफ को पहला‑अपना मौका दिया। साथ में बाएँ‑हाथ के स्पिनर नोमन अली (35) और ऑफ‑स्पिनर साजिद खान (29) की जोड़ी भी थी। तेज़ गेंदबाज़ी में सिर्फ 24‑साल के शाहीन शाह अफरीदी को ही मैदान में भेजा गया। यह लाइन‑अप दर्शाता है कि पचाने वाले भारतीय पिच पर टीम ने स्पिन को ‘भारी हथियार’ बना कर चुना है।

दूसरा टेस्ट – खेल का वर्तमान परिदृश्य

पहले टेस्ट (12‑16 अक्टूबर 2025, लाहौर) में पाकिस्तान ने 94 रन से जीत हासिल की थी, जहाँ नोमन अली ने दोनो इनिंग्स में कुल 10 विकेट (10/153) लेकर मैच को तय किया। अब रावलपिंडी की 15,000 दर्शक क्षमता वाली स्टेडियम में, दक्षिण अफ्रीका ने बाएँ‑हाथ के स्पिनर केशव महाराज (34) को फिटनेस कारणों से पहले टेस्ट से बाहर रखा, लेकिन इस मैच में उनका वापसी देखी गई। साथ ही, ऊँचे बाएँ‑हाथ पेसर मार्को जैनसन (24, 208 सेमी) ने टीम में जगह बनाई, जबकि ऑल‑राउंडर वियान मुल्डर और स्पिनर प्रेनेलन सुब्रेयन को बाहर रखा गया।

विवाद और प्रतिक्रिया

असिफ की चयन को कई क्रिकेट विश्लेषकों ने "विवादित" कहा। Rediff ने उन्हें "फिक्सिंग‑टिंडेड स्पिनर" के रूप में वर्णित किया। पीसीबी की बिना कारण बैन में कटौती को लेकर सवाल उठे, क्योंकि एंटी‑कॉरप्शन यूनिट ने आईसीसी एंटी‑कॉरप्शन कोड के अनुच्छेद 2.4.4 के तहत जांच की थी, पर सटीक तिथि या रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई। कुछ प्रमुख खेल पत्रकारों ने सुझाव दिया है कि यह कदम "समय की कमी" या "अभी‑ही‑उपलब्ध बेस्ट‑व्यूपर" की वजह से हो सकता है, लेकिन टीम की साख को नुकसान पहुँचाने का जोखिम भी नहीं नकारा जा सकता।

इतिहासिक तुलना: सबसे बड़े डेब्यूअन्त

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, असिफ अब पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े टेस्ट डेब्यूअन्त हैं। सबसे बड़े का रिकॉर्ड मोहम्मद इलियास (39 वर्ष 285 दिन, दिसंबर 1980) के पास है, जो 1980 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू कर चुके थे। यह आँकड़े दर्शाते हैं कि उम्र का कोई बाधा नहीं, परन्तु भ्रष्टाचार‑संबंधी मुद्दे खेल के नैतिक ढांचों को चुनौती देते हैं।

भविष्य की सम्भावनाएं

सिरिज़ अभी समाप्त नहीं हुई है। अगर पाकिस्तान रावलपिंडी में जीत हासिल करता है, तो असिफ की वापसी को साकार माना जा सकता है, जबकि अगर हार होगी तो पीसीबी को अपनी चयन नीति पर पुनर्विचार करना पड़ेगा। दक्षिण अफ्रीका को भी अपने स्पिनर बैकअप को समायोजित करना होगा, क्योंकि केशव महाराज का अनुभव अब भी टीम के लिए बहुत मूल्यवान है। इस बीच, एंटी‑कॉरप्शन एजेंसियों को अपेक्षा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं के लिये साफ‑साफ नियम और समय‑सीमा तय की जाएँ।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

असिफ अफरीदी की बैन कितनी अवधि की थी और उसने कब वापस खेलना शुरू किया?

पीसीबी ने असिफ को एक साल की स्पॉट‑फ़िक्सिंग सजा दी थी, लेकिन उसने केवल छह महीने ही सर्व किया और अक्टूबर 2025 में टेस्ट डेब्यू के लिए चुना गया। कुछ स्रोत दो साल की सजा का भी उल्लेख करते हैं, पर आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं मिली।

क्या पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बैन घटाने के कारण का सार्वजनिक बयान दिया?

नहीं। पीसीबी ने इस बारे में अभी तक कोई विस्तृत स्पष्टीकरण नहीं दिया है, जिससे खिलाड़ियों की नैतिकता और चयन प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं।

रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में कितने दर्शकों की क्षमता है?

स्टेडियम में लगभग 15,000 दर्शकों की बैठने की व्यवस्था है और यह 2019 से अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैचों की मेज़बानी कर रहा है।

पहले टेस्ट में पाकिस्तान की जीत के प्रमुख कारक क्या थे?

लाहौर में हुई पहली जीत में बाएँ‑हाथ के स्पिनर नोमन अली ने दोनों इनिंग्स में कुल 10 विकेट (10/153) लेकर जीत में अहम भूमिका निभाई, और टीम ने 94 रन का आरामदायक अंतर बनाकर जीत हासिल की।

भविष्य में एंटी‑कॉरप्शन उपायों में क्या बदलाव की उम्मीद है?

विशेषज्ञों का मानना है कि पीसीबी और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियाँ चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाने, सजा की अवधि और पुनः पात्रता के मानकों को स्पष्ट करने, और खिलाड़ियों के रिकॉर्ड को सार्वजनिक करने के लिए नई नीतियाँ लागू करेगी।

1 टिप्पणि

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    Ria Dewan

    अक्तूबर 20, 2025 AT 23:14

    असिफ की उम्र के बारे में इतने बहसें तो इस खेल में सट्टा भी नहीं मिलती। डेटा के बजाय गॉसिप चल रहा है, जैसे क्रिकेट के मैदान पर जासूसी। अगर उन्हें वाकई में योगदान देना है तो ब्रीफ़िंग में उम्र की गिनती छोड़ दो। बॉल को कुछ घुमाओ, उम्र को नहीं, यही सच्ची रणनीति है।

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