कनाडा ने हाल ही में 2025 में लागू होने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए स्कूल स्थानांतरण दिशानिर्देशों में बदलाव की घोषणा की है। ये नए नियम 8 नवंबर 2024 से प्रभावी होंगे और इनमें किए गए बदलाव का मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय छात्र प्रोग्राम (ISP) की अखंडता को बनाए रखना है। ये प्रयास इस दिशा में हैं कि कनाडा में पढ़ाई करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों का अनुभव सकारात्मक और पूर्णत: सफल हो।
अब छात्रों के लिए बिना अध्ययन परमिट के अपने संस्थान को बदलना संभव नहीं होगा। नए नियमों के तहत, उन्हें एक नया अध्ययन परमिट प्राप्त करना होगा जब वे किसी नए शिक्षण संस्थान में स्थानांतरित होंगे। इससे पहले केवल ऑनलाइन खाते के माध्यम से सूचना देकर संस्थान बदलने का विकल्प था, लेकिन अब इसके लिए नई प्रक्रिया लागू कर दी गई है।
संवाददाताओं ने बताया कि इंटरनेशनल छात्रों को वर्तमान अध्ययन परमिट में सूचीबद्ध डिजाइन्टेड लर्निंग इंस्टीट्यूशन (DLI) में नामांकित रहना होगा। जिन छात्रों को अपने स्तर को बदलना है, उनके लिए कुछ अपवाद भी हैं। प्राथमिक स्तर से माध्यमिक स्तर की ओर बढ़ने पर उन्हें कोई नया परमिट नहीं लेना होगा यदि उनका मौजूदा परमिट वैध है। लेकिन अगर वे माध्यमिक से पोस्ट-सेकंडरी में जा रहे हैं, तो नया अध्ययन परमिट लेना आवश्यक होगा।
स्थानीय शिक्षा प्रणाली की अखंडता को प्रोत्साहित करने के लिए, छात्रों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका नया संस्थान DLI सूची में है और निलंबन सूची में नहीं है। उन्हें स्कूल स्थानांतरण के लिए एक पत्र सहित आवश्यक दस्तावेज भी प्रस्तुत करना होगा, जो बताता है कि वे अपने स्कूल क्यों बदल रहे हैं। साथ ही वे यह दिखाने के लिए भी उचित सबूत प्रस्तुत करेंगे कि वे नए डीएलआई के लिए आवेदन करने के मापदंडों को पूरा करते हैं।
अगर किसी छात्र ने आईआरसीसी को बिना जानकारी से स्कूल बदला, तो उनका अध्ययन परमिट अमान्य हो सकता है या रद्द हो सकता है, जिससे उन्हें देश छोड़ने या अपनी स्थिति बदलने को कहा जा सकता है। इसके अलावा, जो डीएलआई आवश्यक अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करने में विफल रहते हैं या स्वीकृति पत्र की प्रमाणिकता की जांच नहीं करते, उन्हें एक साल तक नए अंतरराष्ट्रीय छात्रों को स्वीकार करने के निलंबन का सामना करना पड़ सकता है।
इंटरनेशनल स्टूडेंट प्रोग्राम (ISP) की विश्वसनीयता को बनाये रखने के लिए ये बदलाव किए गए हैं। कनाडा का लक्ष्य है कि छात्रों का अनुभव सकारात्मक और सफल हो सके। नवीनतम परिवर्तनों में यह शामिल है कि स्कूल छात्रों के परमिट को मामले से जुड़े आवश्यक अनुपालन रिपोर्ट को सफलतापूर्वक पेश करें। इसके अलग-अलग मामले छात्रों की संख्या का अनुमान रखते हुए देखे जाते हैं ताकि आवेदन प्रक्रिया में कोई परेशानी ना हो। यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण है कि छात्रों तथा शिक्षण संस्थानों दोनों की जिम्मेदारियों को परिभाषित किया जा सके।