फुटबॉल प्रेमियों के लिए आईएसएल 2024-25 का उद्घाटन मैच एक यादगार घटना साबित हुई। कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में मोहन बागान सुपर जाइंट और मुंबई सिटी एफसी के बीच खेला गया मुकाबला 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुआ। दोनों टीमों ने अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया।
मोहन बागान, जो पिछले सीज़न के आईएसएल शील्ड विजेता रहे हैं, ने इस सीज़न की शुरुआत बेहद मजबूत इरादे से की। उन्होंने अपनी टीम में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए और नए खिलाड़ियों को जोड़ा। ऑस्ट्रेलियाई स्ट्राइकर जेमी मैकलारेन, जो मेलबर्न सिटी से आए हैं, ने इस मुकाबले में अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, जेमी कमिंग्स और दिमित्रियॉस पेत्रातोस भी नई उम्मीदों के साथ टीम में शामिल हुए।
दूसरी ओर, मुंबई सिटी एफसी, जो आईएसएल कप के विजेता रहें हैं, ने भी अपनी टीम में कई महत्वपूर्ण खिलाड़ियों को जोड़ा। लल्लियानजुआला छांगते और ब्रैंडन फर्नांडिस, जो एफसी गोवा से आए हैं, ने टीम की मजबूती में अहम योगदान दिया। कुछ अन्य महत्वपूर्ण नए खिलाड़ी जैसे जेरमी मन्ज़ोरो, जो जमशेदपुर एफसी से आए हैं, और निकोलाओस करेलिस, जो पनैटोलिकोस से जुड़े, ने भी इस मुकाबले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मैच के शुरुआती घंटे से ही दोनों टीमों ने जोरदार प्रदर्शन किया। मोहन बागान और मुंबई सिटी एफसी दोनों ने तुलनात्मक रूप से एकदूसरे पर दबाव बनाने की कोशिश की। पहले हाफ में दोनों टीमें एक-एक गोल करने में सफल रहीं। दूसरे हाफ में मैच और भी तीव्र और प्रतिस्पर्धात्मक हो गया। मैच के अंत तक दोनों टीमों ने दो-दो गोल किए, जिससे मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
इस रोमांचक मुकाबले में दोनों टीमों के कोच और खिलाड़ियों की रणनीतियों ने अहम भूमिका निभाई। मुंबई सिटी एफसी के कोच क्राट्की ने अपनी पहली एकादश टीम का नामांकन किया, जबकि मोहन बागान ने भी अपने मुख्य खिलाड़ियों को मैदान पर उतारा। इस मैच में दोनों टीमों ने अपने कोचों की रणनीतियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
यह मुकाबला इस सीज़न के आईएसएल की एक जटिल और आकर्षक शुरुआत का परिचायक है, जिसमें कई बड़े मुकाबले और रोमांचक क्षण देखने को मिलेंगे। दोनों टीमों की नई रणनीतियों और नए खिलाड़ियों ने इस सीज़न की शुरुआत में ही यह साबित कर दिया कि दर्शकों को एक अद्भुत और मनोरंजनपूर्ण फुटबॉल सीज़न की उम्मीद है।
आईएसएल के प्रशंसक इस सीज़न के आगामी मैचों के लिए बेहद उत्साहित हैं और इन दो शीर्ष टीमों के बीच के इस मुकाबले ने इस उत्साह को और बढ़ा दिया है। मोहन बागान और मुंबई सिटी एफसी दोनों ही टीमों ने अपने प्रदर्शन से साबित किया है कि वे इस सीज़न की ट्रॉफी के मजबूत उम्मीदवार हैं।
Ankit Meshram
सितंबर 15, 2024 AT 11:06बराबरी बहुत अच्छी थी, लेकिन दोनों टीमों ने बस गोल करने की कोशिश की, न कि खेल को समझा!
Rajveer Singh
सितंबर 17, 2024 AT 00:04ये ड्रॉ तो बस एक शर्म की बात है! मोहनबागान के लिए ये जीत होनी चाहिए थी, ये घर का मैच है, ये अपना घर है! जब तक हम अपने खिलाड़ियों को अपना मानेंगे, तब तक दुनिया हमें नहीं मानेगी। जेमी मैकलारेन ने तो बस एक गोल किया, लेकिन उसकी लगन देखकर लगा जैसे कोई भारतीय फुटबॉल का असली भविष्य बन रहा है। अब तो बस एक बार फिर से ये टीम अपने रंगों के लिए लड़े, न कि बाहरी बदलावों के लिए।
मुंबई सिटी के खिलाड़ी तो बस टेक्निकल जादू दिखा रहे थे, लेकिन दिल नहीं था। जब तक हम भारतीय फुटबॉल को अपनी जड़ों से जोड़ेंगे, तब तक ये सब बस एक नकली खेल रहेगा। मैंने देखा कि एक बच्चा स्टेडियम में बस एक टी-शर्ट पहने बैठा था, उसके चेहरे पर एक ज्वलंत आशा थी - वो भारत का भविष्य है, न कि ये विदेशी खिलाड़ी।
हमें अपने खिलाड़ियों को विश्वास देना होगा। न कि बाहर से खरीदे जाने वाले नामों को। ये टीम जो आज ड्रॉ पर रह गई, वो कल चैम्पियन बन सकती है - अगर हम उसे अपना मानें।
अगर आप भी ऐसे सोचते हैं, तो बस एक बार फिर से बोलो - हम अपने हैं, हम अपने खिलाड़ियों के साथ हैं।
Shaik Rafi
सितंबर 17, 2024 AT 21:34इस मैच को सिर्फ एक खेल के रूप में नहीं देखना चाहिए। ये तो एक सांस्कृतिक घटना है - जहाँ पश्चिमी तकनीक और पूर्वी भावना एक साथ मिल गईं। मोहनबागान का जोश, जो लगता है जैसे एक पुरानी जमीन का गीत हो, और मुंबई सिटी की शांत, गणितीय सटीकता - ये दोनों एक दूसरे को पूरा कर रहे हैं।
क्या ये ड्रॉ वास्तव में एक असफलता है? या ये एक ऐसा संतुलन है जिसे हम अभी तक नहीं समझ पाए? जब हम खेल को सिर्फ जीत या हार के रूप में देखते हैं, तो हम उसकी गहराई को खो देते हैं।
क्या आपने कभी सोचा है कि ये दोनों टीमें एक दूसरे के लिए एक दर्पण हैं? एक वही है जो हम बनना चाहते हैं, और दूसरी वही है जो हम हैं।
इस ड्रॉ में एक शांत सच्चाई छिपी है - कि असली जीत तो तब होती है, जब दोनों तरफ खेलने का आनंद मिले।
Ashmeet Kaur
सितंबर 18, 2024 AT 17:51मैच देखकर बहुत अच्छा लगा - दोनों टीमों ने बहुत अच्छी टीमवर्क दिखाई। मुंबई सिटी के नए खिलाड़ियों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया, खासकर ब्रैंडन फर्नांडिस का गोल तो बहुत शानदार था।
मोहनबागान के लिए जेमी मैकलारेन ने अच्छा काम किया, लेकिन अगर उनके भारतीय खिलाड़ियों को ज्यादा मौका दिया जाए, तो टीम और भी बेहतर हो सकती है। ये सीज़न भारतीय फुटबॉल के लिए एक बड़ा मोड़ हो सकता है।
हमें अपने युवा खिलाड़ियों को भी जगह देनी चाहिए - वो भी तो देश के लिए खेल रहे हैं।
Nirmal Kumar
सितंबर 19, 2024 AT 07:52ये मैच असली फुटबॉल का नमूना था - तेज़, भावुक, और बिना किसी झूठ के।
मोहनबागान का जोश और मुंबई की शांत शक्ति - दोनों ने एक दूसरे को बराबर बनाए रखा।
इस सीज़न की शुरुआत इस तरह हुई तो अब बाकी मैचों का इंतज़ार करना बहुत मुश्किल हो गया है।