भारतीय क्रिकेट के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और उनकी पत्नी आरती अहलावत के रिश्ते में इस समय उठापटक चल रही है। 2004 में शादी करने वाले इस जोड़े को 20 साल बाद अलग होते देखकर उनके प्रशंसकों और क्रिकेट समुदाय में हैरानी हो रही है। रिपोर्ट्स की माने तो वे दोनों अभी अलग-अलग रह रहे हैं और जल्द ही तलाक की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। उनके करीबियों के अनुसार, वे कुछ समय से अपने वैवाहिक जीवन में समस्याओं से जूझ रहे थे।
वीरेंद्र सहवाग का नाम भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। अपने आक्रामक बल्लेबाजी शैली के लिए प्रसिद्ध सहवाग ने भारत के लिए 104 टेस्ट और 251 वनडे मैच खेले। वे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भी दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स XI पंजाब के लिए खेल चुके हैं। दूसरी ओर, आरती अहलावत ने समाज सेवा में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है और कई चैरिटी के कार्यों से जुड़ी रही हैं। उनके दो बेटों, आर्यवीर और वेदांत ने इस खबर से प्रभावित होने की संभावना है, लेकिन फिलहाल परिवार संसाधनों और समर्थन की तलाश में हैं।
यद्यपि इस एकाएक खबर ने कई दिलों को ठेस पहुंचाई है, लेकिन उनके करीबी बताते हैं कि यह निर्णय अचानक नहीं आया। अपने वैवाहिक जीवन में आई समस्याओं का सामना करते-करते ये जोड़ा कई मानसिक और भावनात्मक कठिनाइयों से गुज़रा है। रिश्ते में तनाव और घटनाओं की गुत्थियों ने चीजों को और कठिन बना दिया। इस बीच, कुछ ने इसे व्यक्तिगत मतभेद तो कुछ ने व्यस्त करियर जीवन का असर बताया। लेकिन आखिरकार, सामंजस्य के प्रयास नाकामयाब साबित हुए।
यद्यपि यह खबर उनके प्रशंसकों के लिए अप्रत्याशित थी, पर वैवाहिक जीवन में आने वाली समस्याओं को गहराई से जानने वाले इस साथ खड़े रहे। वीरेंद्र और आरती कई लोगाें के लिए प्रेरणा रहे हैं, जिन्होंने देखा है कि कैसे वे कभी एक आदर्श जोड़ी के रूप में जाने जाते थे। इस समय, उनके परिवार और दोस्तों ने उनका समर्थन सुनिश्चित किया है ताकि वे इस कठिन समय से गुजर सकें। यह देखना दिलचस्प होगा कि कैसे ये दोनों इस चुनौती का सामना करेंगे और क्या फैसला लेंगे।
जहां तलाक की अटकलें ताजा हवा की तरह फैल रही हैं, वहीं दोनों ने मीडिया से दूरी बनाए रखी है। उन्होंने इसे व्यक्तिगत मसला बताया है और इससे संबंधित कोई भी प्रतिक्रिया देने से परहेज किया है। भविष्य में उनके कदम क्या होंगे यह वक्त बताएगा, परंतु एक बात निश्चित है कि इन खबरों को लेकर उनके फैंस और चाहने वालों की दिलचस्पी बनी रहेगी। भारतीय क्रिकेट में सहवाग की जो छवि रही है, उसके मद्देनजर उनके जीवन के इस पहलू का भी अपना महत्व है।